Fertilizer plastic production from garbage of sasaram
नगर निगम सासाराम के विभिन्न वार्डों में साफ-सफाई तथा गीला एवं सूखा कचरा संग्रहण हेतु 15 रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया । दोनों एनजीओ जो इस सफाई कार्य /कचरा संग्रहण हेतु कार्यरत हैं, के द्वारा नगर निगम कार्यालय , सासाराम में काउंटर लगाकर प्रातः 6:00 बजे से रात्रि 8:00 बजे तक जनता की शिकायतें और सूचनाएं ली जा रही हैं तथा उन सूचनाओं/शिकायतों पर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है ।
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खाद व प्लास्टिक बनाने की तैयारी | Fertilizer plastic production from garbage of sasaram
आपको बताते चलें की गीले कचरे से खाद बनाया जाएगा जबकि सूखे कचरे, विशेषकर प्लास्टिक को डालमिया सीमेंट फैक्टरी,कल्याणपुर बंजारी रोहतास में रीसाइक्लिंग हेतु भेजा जाएगा ।
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डंपिंग ग्राउंड चिन्हित
सासाराम नगर के अपशिष्ट प्रबंधन हेतु भूमि चिन्हित कर लिया गया है जो नगर सासाराम से 12 किलोमीटर की दूरी पर शिव सागर प्रखंड में अवस्थित है ।
शहर के मोहल्लों में घूमेंगे रथ
सासाराम शहर में ये 15 रथ सुबह और शाम की पालियों में पूरे नगर के सभी वार्डों में भ्रमण करेंगे । उनके आने पर नगरवासी अपने घर के गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग थैलों में इन गाड़ियों को तत्परतापूर्वक सुपुर्द करने का कष्ट करेंगे ताकि नगर की सफाई व्यवस्था सुचारु रुप से चलती रहे।
Didi Ki Rashoi Inauguration Sasaram : सदर अस्पताल सासाराम में भर्ती मरीजों को मुफ्त में मिलेगा शुद्ध और पौष्टिक भोजन । आज सासाराम जिला पदाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार के द्वारा सदर अस्पताल, सासाराम में दर्पण जीविका दीदी की रसोई का शुभारंभ किया गया ।
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मरीजों को निशुल्क पौष्टिक भोजन
जिला पदाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार के द्वारा सदर अस्पताल, सासाराम में दर्पण जीविका दीदी की रसोई का शुभारंभ
सासाराम जिले में दीदी की रसोई खुलने से, सदर अस्पताल के भरती मरीजों को स्वच्छ, गुणवत्तापूर्ण एवं पौष्टिक भोजन उपलब्ध हो सकेगी । स्वास्थ विभाग के साथ हुए इकरारनामे के अनुसार सासाराम के सदर अस्पताल में दीदी की रसोई खोली गई है, जो यहाँ भर्ती होने वाले मरीजों को स्वच्छ, गुणवत्तापूर्ण एवं पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराएगी ।
मरीजों के परिवार को सस्ता भोजन
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साथ ही भरती मरीजों के अलावा मरीजों के परिवार एवं अन्य लोग के लिए भी दीदी की रसोई में भोजन उचित दर पर उपलब्ध रहेगा ।
‘दर्पण जीविका महिला संकुल स्तरीय संघ’ करेगा संचालन
सदर अस्पताल, सासाराम में दर्पण जीविका दीदी की रसोई का शुभारंभ
सासाराम जिला के इस ‘दीदी की रसोई’ का संचालन ‘दर्पण जीविका महिला संकुल स्तरीय संघ’ की जीविका दीदियों द्वारा किया जायेगा। जिला परियोजना प्रबंधक ने बताया कि दर्पण जीविका संकुल स्तरीय संघ के द्वारा दीदी की रसोई में खाना बनाने वाले दीदियों का केरल के कुदुमश्री परियोजना के द्वारा प्रशिक्षित किया जा चुका है |
सदर अस्पताल, सासाराम में दर्पण जीविका दीदी की रसोई
उन्होंने बताया कि ”दीदी की रसोई के माध्यम से जीविका एक वैल्यू-चेन बनाने के लक्ष्य पर कार्य कर रही है। सभी जिले में जिला एवं अनुमंडल अस्पतालों के आलावा भी दीदी रसोई अन्य विभागों में भी सफलतापूर्वक संचालित है |
उद्घाटन समारोह का ये लोग साक्षी बने
सदर अस्पताल, सासाराम में दर्पण जीविका दीदी की रसोई का शुभारंभ
इस अवसर पर दर्पण जीविका महिला संकुल संघ के मैनेजर रिचा नन्दा, अध्यक्ष बैजन्ती देवी, सचिव मीना देवी, कोषाध्यक्ष माया देवी उपस्थित थे | जीविका प्रखंड कार्यालय से मैनेजर सुधीर बहादुर, रचना कुमारी, हरेन्द्र कुमार व अन्य कर्मी उपस्थित थे |
सदर अस्पताल, सासाराम में दर्पण जीविका दीदी की रसोई का शुभारंभ किया गया
जीविका जिला कार्यालय से नॉन फार्म मैनेजर आकांक्षी मिश्रा, रविन्द्र कुमार, सुधीर कुमार, शशि कुमार, संजय कुमार, पवन कुमार, आलोक उपाध्याय तथा अन्य कर्मी उपस्थित थे |
Free Female Self Defence Training By Police : सासाराम और जिला रोहतास की सभी माताओं बहनों के लिए रोहतास पुलिस एक सुनहरा अवसर प्रदान कर रही है । अगर आप महिला हैं या आप पुरुष हैं लेकिन आपके घर में माताएं-बहनें हैं ,तो उन्हे यह सूचना दे दीजिए की एसपी श्री अशीष भारती जी के मार्गदर्शन में महिलाओं को निशुल्क आत्मरक्षा प्रशिक्षण दिया जा रहा है ।
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ब्लैक बेल्ट विजेता हैं ट्रेनर
डेहरी में महिलाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण देती ट्रेनर
मार्शल आर्ट में ब्लैक बेल्ट जीतने वाली ट्रेनर सोनी राज के अलावे खुशबू कुमारी, महिला कमांडो जानकी कुमारी व महाराष्ट्र से विशेष प्रशिक्षण प्राप्त रिमी कुमारी ट्रेनिंग दे रही हैं ।
विषेष जानकारी के लिए संपर्क सूत्र
विशेष जानकारी के लिए इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं 9431822808 , 6202976165
समय और स्थान ( निशुल्क महिला आत्मरक्षा प्रशिक्षण सासाराम रोहतास)
आपको बताते चलें की पुलिस केंद्र डेहरी में सुबह 7 बजे से लेकर 9 बजे तक यह ट्रेनिंग दी जा रही है ।
कनपटी अटैक से लेकर आई अटैक तक की ट्रेनिंग
डेहरी में महिलाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण देती ट्रेनर
एसपी आशीष भारती ने “सासाराम कि गलियां” को बताया कि इस कैंप में महिलाओं को एल्बो अटैक, साइड अटैक, बैक अटैक, कनपटी अटैक, आई अटैक व जूडो कराटे सहित सुरक्षा के दांव पेंच सिखाए जा रहे हैं ।
आईपीएस नवजोत सिमी ने क्या कहा ?
डेहरी एसडीपीओ , आईपीएस नवजोत सिमी ने बताया कि बदलते जमाने के में कैरियर के बेहतरी के लिए बेटियों को कई बार घर से बाहर रहना पड़ता है। इसलिए उन्हें आत्मरक्षा की ट्रेनिग अनिवार्य है । यह ट्रेनिंग पूरी तरह से नि:शुल्क है। हर दिन सुबह सात बजे से शुरू होकर दो घंटे तक चल रहा है ।
महिला प्रशिक्षु और छात्राएं ले रही हैं ट्रेनिंग
सामान्य छात्राएं व 220 महिला प्रशिक्षु सिपाहीयों को आत्मरक्षा प्रशिक्षण
एसपी आशीष भारती ने “सासाराम कि गलियां” को बताया की महिला प्रशिक्षुओं व छात्राओं को रोजमर्रा की दिनचर्या में होने वाली घटनाओं से मुकाबला करने के लिए एसपी आशीष भारती के मार्गदर्शन में आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है ।
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केंद्र शुरू करने के दौरान करीब पांच सामान्य छात्राएं व 220 महिला प्रशिक्षु सिपाहीयों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। शिविर में इन्हें कानून व अधिकारों की जानकारी भी दी जा रही है ।
कौन ले सकता है ट्रेनिंग ( एलिजिबिलिटी)
रोहतास पुलिस द्वारा दिया जा रहा निशुल्क महिला आत्मरक्षा प्रशिक्षण
आपको बताते चलें की एसपी आशीष भारती द्वारा शुरू किया गया “प्रोजेक्ट सशक्त” मिशन निर्भया में कोई भी आम लड़की या महिला निशुल्क ट्रेनिंग ले सकती है ।
हम क्या कह रहे हैं ?
ऐसा मौका बार बार नहीं मिलता है ,ऐसे अच्छे अच्छे अधिकारी भी हमेशा नही मिलते हैं । पहले के लोगों से अभी के अधिकारियों का तुलना कर लीजिए,फर्क जरुर महसूस करेंगे ।
रोहतास पुलिस द्वारा दिया जा रहा निशुल्क महिला आत्मरक्षा प्रशिक्षण की तस्वीर
अभी थोड़ा बहुत जो शहर का स्थिति काम चलाऊ चल रहा है न, अधिकारी लोगों का ही देन है । नहीं तो अपने नेताओं से पूछ लीजिए ? अभी तक अपने दम पर अगर एक चापाकल भी उनलोग लगवा दिए हों तो।
Free Female Self Defence Training By Rohtas Police
इसलिए समय के साथ चलिए, खुद को मजबूत बनाइए ,कुछ नया सीखिए …जीवन भर काम आएगा । बस में, स्कूल में, ऑफिस में, घर में (अगर जुल्म होता हो तो) , दिन में, रात में और बरसात में भी….आपका हूनर और ट्रेनिंग हमेशा आपके साथ रहेगा ।
रोहतास पुलिस द्वारा दिया जा रहा निशुल्क महिला आत्मरक्षा प्रशिक्षण
Sasaram Ki Galiyan आपको फोर्स कर रहा है तो समझ ही जाईए , ऐसे तो हम लोग करते नही है । यह सच में अच्छा अवसर है, निशुल्क भी है ! इसलिए इतना जोर दे रहे हैं हमलोग ।
Sasaram daughter is fulfilling her father's dream by massive mushroom production
Sasaram daughter is fulfilling her father’s dream by massive mushroom production : कहते हैं कि हौसले बुलंद हो तो मंजिल का सफर आसान हो जाता है । यह पंक्ति जिला रोहतास निवासी प्रियदर्शनी सिंहा पर बिल्कुल सटीक बैठती हैं ।
8 मार्च 2022 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं के सम्मान में और उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेणीत करने के उद्देश्य से “सासाराम कि गलियां” का यह स्पेशल स्टोरी है । आज की हमारी आइकॉन गर्ल सासाराम/रोहतास जिला की सूर्यपुरागढ़ निवासी प्रियदर्शनी हैं ।
पहले अपने हुनर को पंख देने के लिए वह जीविका से जुड़ीं, फिर दर्जनों महिलाओं को जोड़ उन्हें अपने घरों में ही मशरूम उत्पादन कर उससे अचार व पापड़ बना आर्थिक उपार्जन की राह दिखाईं। आपको बताते चलें कि प्रियदर्शनी पीछले तीन वर्षों से स्वयं तो मशरूम की उत्पादन कर ही रही हैं, दूसरी महिलाओं को भी ट्रेनिंग दे रही हैं ।
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पिता हुए असफल
बिक्रमगंज अनुमंडल में स्थित सूर्यपुरागढ़ निवासी प्रमोद सिंहा की पुत्री प्रियदर्शनी ने “सासाराम कि गलियां” को बताया की उनके पिताजी पूर्व में मशरूम उत्पादन का कार्य शुरू कीये थें, परंतु उन्हें इस कार्य मे सफलता नहीं मिली ।
असफलता को अवसर बनाया
असफलता को अवसर में बदलने के लिए असफलता के कारणों पर गहन चिंतन की जरूरत थी और हम सभी ने ईमानदारी से किया । इससे जो निष्कर्ष सामने निकल कर आया वह यह था की पिताजी प्रशिक्षित नहीं थे और उन दिनों बाजार की भी कमी थी । यह असफलता का मुख्य कारण था ।
पिता की असफलता से हताश होने के बजाए प्रियदर्शनी ने यह ठान लिया कि वह उनके सपने को साकार करेंगी। आज प्रियदर्शनी अपने जुनून व हुनर की बदौलत पुरा जिला में आत्मनिर्भरता की पहचान बन गई हैं ।
कृषि विज्ञान केंद्र से प्रियदर्शनी ने लिया प्रशिक्षण
प्रियदर्शनी ने कृषि विज्ञान केंद्र बिक्रमगंज से मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण लेने लगी । प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात वह 2018 से ही मशरूम उत्पादन में जी जान से जुट गईं ।
संघर्ष भी सफलता का एक पड़ाव होता है
प्रियदर्शनी बताती हैं कि शुरुआत के दिनों में बहुत संघर्ष करना पड़ा। वह अपने उत्पादों की कहां खपत करें, यह समस्या थी।
जब सफलता की पहली सीढ़ी पर पहुंची प्रियदर्शनी
उत्पादों की खपत की समस्या का निदान निदान के लिए प्रियदर्शनी ने कृषि वैज्ञानिक रीता सिंह से मशरूम जेली, मशरूम पाउडर, मुरब्बा व बिस्कुट आदि बनाने का ट्रेनिंग लिया। उसके बाद अपना प्रोडक्ट शुरू किया। इससे ना सिर्फ बाजार की समस्या से निजात मिली, बल्कि प्रसंस्करण कर आर्थिक उपार्जन का अच्छा जरिया बन गया ।
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जिला से पुरष्कृत हुई
प्रियदर्शनी ने बताया की उन्होंने जीविका से जुड़कर कृषि विज्ञान केंद्र बिक्रमगंज से मशरूम व आचार, पापड़ का ट्रेनिंग लिया। इसके लिए जिला से पुरस्कार भी मिला। वर्तमान में बच्चों के लिए भी कई आइटम तैयार हो रहे हैं ।
खुद आगे बढ़ने के बाद अब समाज को दिखा रही हैं राह
आज प्रियदर्शनी की उपलब्धि से दूसरी महिलाएं भी प्रभावित हो रही हैं । वर्तमान में प्रियदर्शनी मशरूम की खेती के संबंध में जीविका दीदियों समते अन्य महिलाओं को भी प्रशिक्षित कर रही हैं, ताकि वे भी रोजगारोन्मुख हो सकें।
क्या कहते हैं जीविका प्रबंधक
जीविका प्रबंधक ने कहा की मशरूम उत्पादन के लिए महिलाओं को कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा प्रशिक्षित किया गया था। उन्होंने उत्पादों को बेचने के लिए बाजार उपलब्ध कराने की बात को दोहराया । महिला उत्थान के लिए सरकार द्वारा जीविका के माध्यम से सूक्ष्म ऋण देने का प्रावधान है ।
महिला दिवस पर “सासाराम कि गलियां” का सलाम
प्रियदर्शनी के इस सहयोगात्मक कदम से न सिर्फ महिला सशक्तिकरण को बल मिला, बल्कि परिवार को आय का एक मजबूत जरिया भी मिल गया । “सासाराम कि गलियां” आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रियदर्शनी को सलाम करता है तथा हाथ जोड़ कर पुरुष प्रधान परिवारों से विनम्र निवेदन करता है कि कृपया अपने घर की महिलाओं को उचित अवसर प्रदान करें । अवसर मिलने पर हमारी माताएं बहनें भी अच्छा परफॉर्म करेंगी । परिवार को आर्थिक सहयोग भी करेंगी ।
Rohtasgarh vanvasi kalyan mahotsav 2022 : जिला रोहतास की संस्कृति, सभ्यता और गौरवशाली इतिहास का जीवंत गवाह तथा राजा हरिश्चंद्र की निशानी रोहतासगढ़ किला पर पहली बार बिहार सरकार और जिला प्रशासन ने वनवासी कल्याण महोत्सव का सफल आयोजन किया ।
दिप प्रज्वलित करके रोहतासगढ़ वनवासी कल्याण महोत्सव 2022 का उद्घाटन करते जिलाधिकारी
शनिवार ,दिनांक 5 मार्च को कार्यक्रम का उद्घाटन रोहतास (सासाराम) जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने किया । डीएफओ प्रद्युम्न गौरव, वनवासी कल्याण आश्रम के जिलाध्यक्ष गोविंद नारायण सिंह, डेहरी एसडीएम समीर सौरभ, वरीय उप समाहर्ता अनु कुमारी, प्रवीण चंदन, रश्मि कुमारी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन में सहयोग किया ।
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रोहतासगढ़ वनवासी कल्याण महोत्सव 2022 का उद्देश्य
रोहतासगढ़ वनवासी कल्याण महोत्सव 2022
उक्त अवसर पर जनजातीय समागम को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी श्री धर्मेंद्र कुमार द्वारा बताया गया कि “वनवासी कल्याण महोत्सव” के आयोजन का मुख्य उद्देश्य आदिवासी/जनजातीय संस्कृति की रक्षा है ।
दिप प्रज्वलित करके रोहतासगढ़ वनवासी कल्याण महोत्सव 2022
इसके साथ-साथ रोहतास गढ़ किला तथा उसके आसपास के सुरम्य क्षेत्रों/गांवों में पर्यटन का विकास, वन उत्पादों की बिक्री हेतु राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ,स्थानीय उत्पादों, कलाकृतियों को प्लेटफॉर्म मुहैया कराना तथा पर्यटन के माध्यम से रोजगार का सृजन करना है।
उरांव, चेरो एवं खरवार जनजातियों का उद्गम स्थली रोहतासगढ़
रोहतासगढ़ वनवासी कल्याण महोत्सव 2022
रोहतासगढ़ क्षेत्र के महत्व को बताते हुए कहा कि उरांव, चेरो एवं खरवार जनजातियां अपनी उत्पत्ति रोहतासगढ़ किले तथा उसके आसपास के क्षेत्रों से ही मानती है।
करम वृक्ष की पूजा का महत्व
करम वृक्ष का पूजा करते रोहतासगढ़ के वनवासी
दिनांक 16 फरवरी को माघ पूर्णिमा के दिन करम वृक्ष की पूजा के साथ इस महोत्सव की शुरुआत हुई थी एवं इसका मुख्य समारोह आज दिनांक 5 मार्च को आयोजित किया गया ।
पर्यटन एवं समाज का विकास
रोहतासगढ़ वनवासी कल्याण महोत्सव 2022 में डीएम धर्मेंद्र कुमार का भव्य स्वागत
इस महोत्सव के माध्यम से स्थानीय कलाकारों, स्थानीय कला-संस्कृति एवं लोक कला को एक व्यापक, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मंच प्रदान किया जाएगा । नक्सल आंदोलन का गवाह रहा यह क्षेत्र मुख्य धारा से जुड़ने के साथ ही विकास पथ पर लंबी लंबी छलांग लगाने लगेगा ।
चौरासन मंदिर से रोहतासगढ़ किले तक दौड़
चौरासन मंदिर से रोहतासगढ़ किले तक
चौरासन मंदिर से रोहतासगढ़ किले तक बालक एवं बालिका वर्ग में “संस्कृति रक्षा दौड़” का आयोजन किया गया। साथ ही चित्रकला एवं अन्य खेल प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई।
बैगा पाहन हुए सम्मानित
रोहतासगढ़ किला अतुलनीय है
वनवासी कल्याण महोत्सव 2022 के अवसर पर बैगा पाहन अर्थात स्थानीय पुजारियों को भी सम्मानित किया गया ।
वनवासी संस्कृति से रु ब रु
वनवासी कल्याण महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम यथा आदिवासी नृत्य इत्यादि के आयोजन में स्थानीय कलाकारों को प्राथमिकता दी गई तथा उन कलाकारों द्वारा मनोहारी नृत्य प्रस्तुत किया गया जो सबों को मंत्रमुग्ध करने वाला था ।
रोहतासगढ़ वनवासी कल्याण महोत्सव 2022 में स्थानीय संस्कृति की झलक
डीएफओ श्री प्रद्युम्न गौरव,एसडीएम डेहरी श्री समीर सौरभ, प्रभारी पदाधिकारी, सामान्य शाखा विशेष कार्य पदाधिकारी, बीडीओ एवं सीओ रोहतास आदि के साथ -साथ प्रबुद्ध जन भी सम्मिलित हुए।
बुलेट सफारी
रोहतासगढ़ वनवासी कल्याण महोत्सव 2022 में बुलेट सफ़ारी
ज्ञातव्य है कि रॉयल एनफील्ड (बुलेट) कंपनी द्वारा अपने वार्षिक एक्सपीडिशन कैलेंडर में , कैमूर पर्वत श्रृंखला की तलहटी में अवस्थित रोहतास प्रखंड से रोहतासगढ़ किले तक “बुलेट सफारी “का भी कार्यक्रम निर्धारित किया गया था ,जिसके आलोक में बुलेट सफारी का आयोजन भी किया गया ।
रोहतासगढ़ वनवासी कल्याण महोत्सव 2022 में बुलेट सफ़ारी
जिलाधिकारी ने कहा कि उक्त सफारी के वार्षिक कैलेंडर के अनुरूप आयोजन से इस वनवासी क्षेत्र में पर्यटन विशेषकर नेचर सफारी और ईको टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा ।
डीएम और डीएफओ खुद चलाया बुलेट
डीएम धर्मेंद्र कुमार ने रोहतासगढ़ महोत्सव के बुलेट सफारी में खुद बुलेट चलाया
डीएम धर्मेंद्र कुमार, डीएफओ प्रद्युम्न गौरव, वनवासी कल्याण आश्रम के जिलाध्यक्ष गोविंद नारायण सिंह ने रोहतास प्रखंड मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूरी की रॉयल एनफील्ड बुलेट सफारी को हरी झंडी दिखाकर विदा किया । डीएम और डीएफओ खुद बुलेट चलाकर रेहल तक पहुंचे और बुलेट सफारी का हिस्सा बने ।
डीएफओ ने भी किया संबोधित
सासाराम (रोहतास) डीएफओ प्रद्युम्न गौरव
डीएफओ प्रद्युम्न गौरव ने कहा कि वनवासी कल्याण महोत्सव किला के गौरव को पुनर्जीवित करने का कार्य करेगा । पर्यटन को विकसित करने में सभी विभागों के लोग काम कर रहे है ।
गोविंद नारायण का सम्बोधन
वनवासी कल्याण आश्रम के जिलाध्यक्ष गोविंद नारायण सिंह
वनवासी कल्याण आश्रम के जिलाध्यक्ष गोविंद नारायण सिंह ने कहा कि स्थानीय लोगों के सहयोग से अब इस क्षेत्र का विकास निश्चित होगा । उन्होंने स्थानीय लोगों से कहा की अपनी परंपरा को संजोए रखे ।
सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद
रोहतासगढ़ किला पर मुस्तैद जवान
कभी नक्सलियों के ठहरने का सबसे सुरक्षित और पसंदीदा जगह था रोहतासगढ़ किला । ऐसे में पहली बार सरकारी स्तर से वनवासी कल्याण महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन करना प्रशासन के लिए चुनौती था । कार्यक्रम को लेकर किला परिसर तथा आस पास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद था । किला परिसर छावनी में तब्दील हो गया था ।
रोहतासगढ़ वनवासी कल्याण महोत्सव 2022
एसएसबी और बिहार पुलिस के जवान हर तरफ मुस्तैद थें । बाईक तथा चार पहिया वाहनों से लगातार पेट्रोलिंग किया जा रहा था । झाड़ियों और पहाड़ की चोटियों पर सुरक्षा बल पोजीशन लेकर खड़े थें ।
निशुल्क भोजन का प्रबंध
रोहतासगढ़ वनवासी कल्याण महोत्सव 2022 में निशुल्क भोजन का प्रबंध
जिला प्रशासन ने कार्यक्रम में आए अतिथियों, अधिकारियों और वनवासियों के लिए निशुल्क सादा भोजन का व्यवस्था किया था । वनवासियों ने इस पहल की खूब सराहना की ।
हम लोगों ने भी रोहतासगढ़ वनवासी कल्याण महोत्सव 2022 में भोजन ग्रहण किया
डीएम धर्मेंद्र कुमार ने खुद मुझे ( मनीष मौर्या, फाउंडर : Sasaram Ki Galiyan) बुलाकर कहा की मनीष , सबके खाना का व्यवस्था किया गया है । सासाराम के जितने भी लोग हैं या अन्य जगहो के जो लोग हैं उन्हें बता दो और सबलोग खाना खा कर जाना ।
कई तरह के स्टाल आकर्षण का केंद्र रहें
डीएम धर्मेंद्र कुमार,डीएफओ प्रद्युम्न गौरव के साथ “सासाराम कि गलियाँ” के फाउंडर और अन्य साथी तथा अधिकारीगणों के साथ कैमरे में कैद हुई यादगार पल
वनवासी कल्याण महोत्सव के अवसर पर जिला प्रशासन ने कई तरह के स्टालों को लगवाया था ।
पल्स पोलियों कैंप
रोहतासगढ़ के वनवासियों के लिए पल्स पोलियों कैंप
वनवासियों के लिए पल्स पोलियों कैंप लगाया गया ।
फोटोग्राफ प्रदर्शनी
रोहतास और रोहतासगढ़ किला से संबंधित तस्वीरों की प्रदर्शनी
किला परिसर में रोहतास और रोहतासगढ़ किला से संबंधित नेचुरल , हिस्टोरिकल तस्वीरों, पेंटिंग (चित्रों) का प्रदर्शनी लगा था ।
रोहतास पहाड़ी के फलों व औषधियों की प्रदर्शनी
रोहतास के जंगलो में उगने वाली औषधियों और फलों की प्रदर्शनी
रोहतास के जंगलों में उगने वाली महुआ, पियार,मीठा पत्ता,हरे फल, मलकंगनी फल इत्यादि फलों व औषधियों की प्रदर्शनी ने लोगों को खूब आकर्षित किया । लोगों ने देखने के बाद रोहतास की संस्कृति और मिट्टी को सलाम किया ।
Arun sasaram evacuation ukraine war | Arun evacuation from russia Ukraine war : कभी घर में रहकर माता-पिता के साए के बीच ऐसो-आराम करने वाला अरुण पिछले कई दिनों से यूक्रेन में फंसा था। वह जैसे तैसे रोमानिया पहुंचा , और अपने वतन हिंदुस्तान वापस आने की उम्मीद में दिन रात ईश्वर से प्रार्थना करने लगा ।
Table of Contents
सासाराम के कितने छात्र हैं ?
अपने भाई बहनों की सुविधा के लिए डाला गया “सासाराम कि गलियां” का न्यूज़ का स्क्रीनशॉट
हमने अरुण से पूछा की आपके साथ सासाराम के कितने छात्र हैं ? अरुण ने बताया की जब हम यूक्रेन में फंसे थें तब हमें “सासाराम की गलियां” के न्यूज़ से ही मालूम चला था की सासाराम और रोहतास जिला के कुल 7 छात्र यूक्रेन में फंसे हैं । आपके द्वारा डाले गए लिस्ट में हमारा भी नाम था । मैं Sasaram Ki Galiyan का बहुत पुराना सदस्य हूँ । आपके ऑथेंटिक, पब्लिक फ्रेंडली , बेबाक और स्वतन्त्र पत्रकारिता का मैं कायल हूँ ।
युक्रेन में एमबीबीएस का छात्र है अरुण
अरुण कुमार वर्मा
यूक्रेन में डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहा सासाराम शहर के तकिया मोहल्ला का अरुण कुमार वर्मा इवानो फ्रैंकविश नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी का छात्र है । अरुण एमबीबीएस तीसरे वर्ष का छात्र है । वह वर्ष 2019 में मेडिकल करने युक्रेन गया था ।
आपको बताते चलें की अरुण ने सर्वोदय निकेतन स्कूल, रामगढ़ झारखंड से मैट्रिक किया था और श्री चैतन्य विद्या निकेतन विशाखापत्तनम से इंटर किया था ।
हर बिहारी छात्र की तरह अरुण को भी पढ़ाई लिखाई के सिलसिले में घर से दूर रहने का अच्छा खासा अनुभव है ।
माता पिता और रिश्तेदार चिंतित
रोमानिया एयरपोर्ट पर अरुण एवं अन्य हिंदुस्तानी
अरुण के पिता जी राम नारायण सिंह कुशवाहा , माता और रिश्तेदार अरुण को लेकर काफी चिंतित और परेशान हैं । परिजनों ने बताया कि बेटा को डॉक्टर बनाने एवं असहायों की सेवा करने की इच्छा के कारण यूक्रेन के फ्रैंकविश नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में नामांकन कराया था ।
युक्रेन में कहर बरपा रही रूस की बैलिस्टिक मिसाइलें
तब से वह वहां रहकर अच्छे से पढ़ाई कर रहा था । यूक्रेन एवं रूस में तनाव के बीच यह आभास नहीं था, कि मामला युद्ध तक भी पहुंच जाएगा ।
हिंदुस्तानियों के लिए प्रार्थना
रोमानिया एयरपोर्ट पर अरुण एवं अन्य हिंदुस्तानी
पूरा परिवार घर का बेटा एवं फंसे हुए ने सभी भारतीय छात्रों की सलामती के लिए ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं। तकिया मोहल्ला के लोगों ने भी बेटा की सलामती एवं जल्द सासाराम शहर वापसी की कामना कर रहे हैं । इस दौरान पूरा परिवार टीवी के समीप बैठकर यूक्रेन की स्थिति का अवलोकन करते हैं।
अरुण ने “सासाराम कि गलियां” से क्या कहा ?
अरुण में कैमरे में कैद हुई युक्रेन में कहर बरपा रही रूस की बैलिस्टिक मिसाइलें
अरुण ने आज दोपहर दिल्ली स्थित बिहार भवन में नाश्ता करने के बाद “सासाराम कि गलियां” को फोन पर बताया की रूस के आक्रमण के कारण भय का माहौल बना था। बाजार बंद होने के कारण खाने-पीने का संकट भी गहरा गया था ।
रोमानिया एयरपोर्ट पर अरुण एवं अन्य हिंदुस्तानी
पीने के पानी के लिए जान जोखिम में डालकर घंटों लाइन में खड़ा होना पड़ता था । अरुण ने बताया कि अधिकांश लोग बिस्किट खाकर जीवन जीने को मजबूर थें , जो हिन्दुस्तानी अभी भी युक्रेन में हैं वो बेचारे भी यही खा रहे हैं ।
रोमानिया स्थित शेल्टर हाउस में शरण लिए अरुण और अन्य हिंदुस्तानी
युद्ध के दौरान प्राय: सायरन की आवाज कानों में गूंजती रहती थी । इस दौरान जान जाने एवं घायल होने के भय से बंकर में प्रतिदिन कई कई घंटो तक खड़ा होकर बिताना पड़ता था ।
रोमानिया स्थित शेल्टर हाउस में शरण लिए अरुण और अन्य हिंदुस्तानी
इस दौरान भय के कारण नींद एवं भूख दोनों समाप्त हो गई थी । दिन प्रतिदिन यूक्रेनी सेना के दुर्व्यवहार एवं भारतीय एंबेसी के आश्वासन से स्थानीय छात्रों का मनोबल भी टूट रहा है।
कल दोपहर रोमानिया से एयरलिफ्ट किया था इंडियन एयर फोर्स ने
अरुण के कैमरे में कैद बुर्चारेस्ट,रोमानिया हवाई अड्डा पर खड़ा इंडियन एयर फोर्स का C-17 ग्लोब मास्टर विमान
अरुण ने फोन पर “सासाराम कि गलियां” को बताया की कल रोमानियन समय अनुसार लगभग 2 बजे भारतीय वायु सेना ने उसे रोमानिया से एयरलिफ्ट किया था । लगभग 7 घंटो की सफर के बाद दिल्ली पहुंचा अरुण । आपको बताते चलें की अरुण के साथ कई अन्य छात्र भी थें ।
भारत सरकार ने फ्री में लाया
बिहार सदन में खाना खाते बिहारी बच्चे
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स देखने के बाद आम नागरिकों की तरह भाड़ा के मुद्दे पर हम लोग भी कन्फ्यूज थें ,इसलिए फोन डिस्कनेक्ट होने के बाद भी अरुण से इसके बारे में अलग से लिख कर पूछ लिए ।
अरूण द्वारा भेजी गई बुर्चारेस्ट एयरपोर्ट ,रोमानिया की तस्वीर
अरुण ने हमें बताया की उसे भारत सरकार ने रोमानिया से भारत तक फ्री में लाया है । और यही नहीं दिल्ली से पटना तक भी उसे फ्री एयर टिकट मिला है । पटना से सासाराम भी फ्री में ही आएगा , जिला प्रशासन इसमें मदद करेगा ।
सरकार के लिए पॉजिटिव फीडबैक
बिहार सदन में खाना खाते अरुण और अन्य बिहारी बच्चे
अरुण ने भारत सरकार, राज्य सरकार , प्रधानमन्त्री और मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन रोहतास के प्रति आभार जताया है । उसने कहा की केंद्र सरकार फ्री में वतन ले आई , जबकि बिहार सरकार ने अपने बच्चों के लिए बिहार भवन में ठहरने का व्यवस्था किया है ,खाना भी दे रही है ।
रात एक बजे दिल्ली पहुंचा
भारतीय वायु सेना के विशेष विमान C-17 ग्लोब मास्टर से अरुण आज रात 1 बजे दिल्ली पहुँच चूका था । लगभग 2 बजे रात में www.SasaramKiGaliyan.Com और अरुण के बिच बात चित शुरू हुई । अरुण अपना दुःख दर्द और अनुभव बता रहा था ।
बिहार सदन में बच्चों के लिए नाश्ता
लगभग 4 बजे तक हमलोगों की लम्बी बात चित हुई । उसने बताया की भैया अब हमे बिहार भवन ले जाया जा रहा है । वही पर बिहारी छात्रों की रुकने की व्यवस्था है । दिन में फोन पर बात करने की सहमति बनी ।
आज दिल्ली से पटना आएँगे
दिल्ली से पटना आने के लिए अरुण का एयर टिकट
अरुण ने बताया की आज उन्हें दिल्ली से पटना लाया जाएगा । वायु मार्ग से पटना आएँगे । इसके लिए उन्हें निशुल्क एयर टिकट उपलब्ध कराया गया है । उन्होंने बताया की आज शाम 3:45 बजे नई दिल्ली से पटना के लिए फ्लाइट है ।
यूक्रेन में कहाँ रहते थें ?
युक्रेन में अरुण इसी मोहल्ला में रहता था
अरुण वर्मा ने बताया की वह यूक्रेन के टोकारसा स्ट्रीट 10 बी में रहते थें ।
आज जिला प्रशासन ने यूक्रेन में फंसे जिला रोहतास के लोगों के लिए एक विशेष मीटिंग किया । जिला पदाधिकारी ने कहा कि यूक्रेन में फंसे छात्रों की सकुशल वापसी हेतु सरकार एवं जिला प्रशासन पूरी तरह से तत्पर एवं प्रतिबद्ध है। सभी छात्रों को बिहार सरकार द्वारा हवाई सेवा से पटना लाया जा रहा है। यूक्रेन के अलग-अलग हिस्से में फंसे बिहार के छात्रों और निवासियों की सकुशल वापसी के लिए राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन पूरी तरह संकल्पित है।
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पटना हवाई अड्डा पहुंच रहे हैं छात्र
यूक्रेन के अलग-अलग हिस्सों से आने वाले छात्रों/नागरिकों को विभिन्न जहाजों द्वारा पटना हवाई अड्डा पहुंचाया जा रहा है। तदोपरांत पटना जिला प्रशासन द्वारा संबंधित छात्रों/व्यक्तियों को उनके गंतव्य स्थान पर पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है ।
कंट्रोल रूम सासाराम को 24 घंटे एक्टिव रखने का निर्देश
प्रभारी पदाधिकारी, आपदा को निर्देश दिया गया है कि जिला नियंत्रण कक्ष 24 घंटे (24×7) कार्यरत रहे तथा उसमें अनुभवी कर्मियों की प्रतिनियुक्ति करें जिससे संबंधित छात्रों की सही जानकारी उनके परिजनों तक पहुंचाया जा सके। साथ ही उन्होंने कहा कि यूक्रेन से संबंधित आने वाले फोन कॉल्स का टाइमली और सूटेबल रेस्पॉन्स दें ।
यूक्रेन के छात्रों के लिए हेल्पलाइन नंबर | helpline nos for rohtas students stucked in ukraine
यूक्रेन में फंसे छात्रों/व्यक्तियों से संबंधित जानकारी आपदा विभाग, बिहार का दूरभाष संख्या 0612-2294204, जिला नियंत्रण कक्ष रोहतास के दूरभाष संख्या/हेल्पलाइन नंबर 06184-22893 तथा टोल फ़्री नंबर 1070 पर दिया जा सकता है ।
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इस नंबर पर भी संपर्क कर सकते हैं
प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा शाखा का दूरभाष एवं व्हाट्सएप संख्या- 9525625496 पर भी यूक्रेन में फंसे रोहतास और सासाराम के बच्चों का परिवार संपर्क कर सकता है ।
ईमेल का विकल्प मौजूद
जिला पदाधिकारी, रोहतास का ईमेल आईडी dm-rohtas.bih@nic.in तथा apadarohtas@gmail.com पर संबंधित जानकारी उपलब्ध करा सकते हैं ताकि छात्रों की सकुशल वापसी हेतु संपर्क करते हुए अग्रेतर कार्रवाई किया जा सके ।
इसके अलावा deoc-rohtas-bih@nic.in और deoc-rohtas@bihar.gov.in पर भी संपर्क कर सकते हैं ।
सासाराम जिला के 7 छात्र यूक्रेन में फंसे हैं | 7 sasaram students stucked in ukraine war
ज्ञातव्य है कि रोहतास के 7 छात्र/छात्राओं की प्रथम सूची जो आपदा प्रबंधन विभाग , बिहार, पटना द्वारा प्रेषित है, के आलोक में, जिलाधिकारी द्वारा उनमे से एक छात्र सुशांत प्रसाद के पिता श्री रविशंकर प्रसाद से मुलाकात कर उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया तथा उन्हें इस सिलसिले में बिहार सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों से अवगत कराया ।
शेष 6 छात्रों के माता-पिता से संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी को मुलाकात कर राज्य सरकार द्वारा इस निमित्त किये जा रहे प्रयासों की जानकारी देने एवं हरसंभव मदद करने का निदेश दिया गया है । नोट : जिनको यह लिस्ट हाई क्वालिटी में चाहिए , वो “सासाराम कि गलियां” के व्हाट्सप्प नंबर 947 239 0420 पर संपर्क करके प्राप्त कर सकते हैं ।
एसडीओ ,बीडीओ को भी जिम्मेवारी
सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी भूमि सुधार उप समाहर्ता, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा सभी अंचल अधिकारियों को निदेश दिया गया है कि आपदा प्रबंधन विभाग ,बिहार सरकार द्वारा यूक्रेन में फंसे छात्र-छात्राओं की सूची के अनुसार संबंधित क्षेत्र के छात्रों के परिजनों से पदाधिकारी निश्चित रूप से स्वयं जाकर मिले एवं वस्तु स्थिति से उन्हें अवगत करायें।
यूक्रेन में फंसे सासाराम और रोहतास जिला के छात्रों के लिए हुई मीटिंग की तस्वीर
साथ ही उनके परिजनों से यह भी पता करें कि उनके साथ और भी कोई छात्र या व्यक्ति अगर फंसे हैं तो उनकी विस्तृत विवरण जिला प्रशासन के साथ साझा करें। उन्होंने कहा कि यदि किसी छात्र से संपर्क नहीं हो पा रहे हैं तो उनके इंटरनेशनल मोबाइल नंबर पर व्हाट्सएप कॉलिंग के माध्यम से संपर्क स्थापित करें एवं वस्तु स्थिति से अवगत हो लें ।
First rohtasgarh mahotsav by government : सामान्य प्रशासन विभाग की अधिकारी अनु पांडेय ने “सासाराम कि गलियां” को बताया की पहली बार कला संस्कृति व युवा विभाग सह जिला प्रशासन के तत्वावधान में आगामी 5 मार्च को रोहतासगढ़ किला पर वनवासी कल्याण महोत्सव का आयोजन किया जाएगा । बिहार सरकार के स्तर से राज्य में वनवासियों के लिए आयोजित होने वाला यह पहला महोत्सव है ।
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जिला प्रशासन का युद्धस्तर की तैयारी
जिला प्रशासन इस बहुप्रतीक्षित महोत्सव की तैयारियों को मूर्त रूप देने में जुटा है । युद्धस्तर पर तैयारियां की जा रही हैं ।
मुख्य अतिथि को आमंत्रण
रोहतास गढ़ वनवासी महोसव में मुख्य अतिथि के रूप में बिहार सरकार के कला एवं संस्कृति मंत्री को आमंत्रित किया गया है । इनके अलावा साथ ही जिला के सभी सांसदों और विधायकों को भी आमंत्रित किया गया है ।
महोत्सव का रोड मैप
Rohtasgarh Fort Route
जिला प्रशासन की अधिकारी श्रीमती अनु पांडेय ने “सासाराम कि गलियां” को बताया की मुख्य कार्यक्रम के दिन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रोहतास बाजार से लेकर रोहतासगढ़ किला तक बाइक रैली आयोजित किया गया है । 5 मार्च को रोहतासगढ़ किला से चौरासन मंदिर तक संस्कृति रक्षा दौड़ का आयोजन किया जाएगा ।
रॉयल एनफील्ड बुलेट कंपनी देगी हिमालयन बुलेट
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रॉयल एनफील्ड कंपनी के तरफ से अनेकों हिमालयन बुलेट बाइक भेजे जाएंगे । ये सभी बुलेट किला पर एक साथ चढ़ाई करेंगे । इसका वीडियो को कंपनी अपने एडवरटाइजमेंट में उपयोग करेगी साथ में बिहार सरकार का पर्यटन विभाग भी इसे पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उपयोग करेगा ।
लोकल कलाकार आकर्षण का केंद्र रहेंगे
सामान्य प्रशासन विभाग की अधिकारी अनु पांडेय ने “सासाराम कि गलियां” को बताया की रोहतासगढ़ महोत्सव स्थल पर स्थानीय कारीगरों द्वारा निर्मित वस्तुओं के बिक्री के लिए स्टॉल भी लगाया जाएगा । इन स्टालों पर वनवासियों का हैंडी क्राफ्ट , बर्तन इत्यादि के सामान आकर्षण के केंद्र रहेंगे ।
फाइल : रोहतासगढ़ किला पर वनवासियों का सांस्कृतिक कार्यक्रम
चित्रकला एवं अन्य खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा । महोत्सव में बैगा पाहन अर्थात स्थानीय पुजारियों को भी सम्मानित करने की योजना है ।
वनवासी नृत्य कला लुभाएगा लोगों को
वनवासियों द्वारा पारंपरिक लोक संगीत और नृत्य कला का प्रर्दशन किया जाएगा । आपको बताते चलें की वनवासियों का नृत्य बहुत ही आकर्षक होता है । कोई भी कला प्रेमी इस मौके को छोड़ना नहीं चाहता ।
क्या कहा डीएम ने
डीएम ने “सासाराम कि गलियां” को बताया कि वनवासी कल्याण महोत्सव का मुख्य उद्देश्य विलुप्त होती आदिवासी व जनजातीय संस्कृति की रक्षा के साथ-साथ रोहतासगढ़ किला तथा उसके आस पास के पहाड़ी गांवों में पर्यटन का विकास, वन उत्पादों की बिक्री के लिए राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराना ,कलाकृतियों को प्लेटफार्म मुहैया कराना तथा वनवासियों को रोजगार सृजन करना है ।
“सासाराम कि गलियां” आपको आमंत्रण दे रहा है
“सासाराम कि गलियां” आप सभी से अपील करता है कि अपने धरोहर, संस्कृति और पर्यटन के विकास तथा रक्षा के लिए परिवार संग रोहतासगढ़ महोत्सव में हिस्सा लीजिए । प्लानिंग करने में आपके सुविधा के लिए हम कैलेंडर का तारीख और दिन भी बता दे रहे हैं , 5 मार्च को शनिवार है । आप सुबह निकल कर शाम तक वापस आ सकते हैं और रविवार को आराम कर सकते हैं । घूमने फिरने से मूड तो फ्रेश होगा ही साथ में सीखने समझने को भी बहुत कुछ मिलेगा ।
कई जनजातियों का उद्गम स्थल रोहतास गढ़ किला
डीएम ने “सासाराम कि गलियां” को बताया कि ऊरांव, चेरो एवं खरवार जनजातियां अपनी उत्पत्ति रोहतासगढ़ किले तथा उसके आसपास के क्षेत्रों में मानती है । 16 फरवरी को माघ पूर्णिमा के दिन करम वृक्ष की पूजा के साथ वनवासी कल्याण महोत्सव का शुभारंभ हो गया है । जबकि मुख्य कार्यक्रम आगामी 5 मार्च को आयोजित किया जाएगा ।
पहली बार रोहतसगढ़ महोत्सव का सरकारी स्तर पर आयोजन
रोहतासगढ़ किला पर वनवासियों का सांस्कृतिक कार्यक्रम
आपको बताते चलें कि सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेल-कूद इत्यादि का सफल रोड मैप तैयार करने के लिए एक समिति गठन किया गया है । वर्ष 2007 से रोहतासगढ़ किला पर अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा रोहतासगढ़ तीर्थ यात्रा महोत्सव का आयोजन किया जाता था, लेकिन पहलीबार इस कार्यक्रम को जिला प्रशासन तथा बिहार सरकार करवा रही है ।
दाउदनगर थाना क्षेत्र में शमशेर नगर के समीप छापेमारी करने गए दारोगा वीरेंद्र कुमार पासवान की हमले में मौत हो गई थी । वीरेंद्र कुमार पासवान ने बिहार पुलिस में 18 सितंबर 2009 को पुलिस अवर निरीक्षक के पद पर योगदान दिया था। वह कर्तव्यनिष्ठ और साहसी पुलिस पदाधिकारी थे। उन्होंने अपराधियों के विरुद्ध लगातार कार्य किया था ।
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बहादुर दारोगा को कई बार मिला था पुरष्कार
IPS Ashish Bharti , Sp Rohtas
इसके पहले वे भोजपुर व कैमूर जिला में पदस्थापित रहे थे। उन्हें अब तक के सेवाकाल में कार्य कुशलता के लिए 41 बार पुरस्कृत किया गया था। वे मृदुभाषी स्वभाव के थे और अधीनस्थ अधिकारियों के बीच काफी लोकप्रिय थे।
शहीद के गुनाहगारों कि गिरफ़्तारी
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शहीद दारोगा को श्रद्धांजली देते एसपी आशीष भारती
आपको बताते चलें कि 27 जनवरी को उन पर हमला किया गया था । इस मामले में पुलिस ने 27 जनवरी को ही 16 नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वीरेंद्र कुमार पासवान हमले में बुरी तरह घायल हुए थे जिनकी मौत पटना में इलाज के क्रम में 30 जनवरी 2022 को हो गई थी ।
सासाराम के निवासी थे शहीद दारोगा
शहीद का शोकाकुल परिवार
शहीद वीरेंद्र पासवान सासाराम अनुमंडल के शिवसागर थाना अन्तर्गत सोन डिहरा गांव के निवासी थे । पुलिस अधीक्षक रोहतास श्री अशीष भारती ने शहीद के घर जा कर उन्हें श्रद्धांजली दिया । इस मौके पर कई पुलिस कर्मी मौजूद थें । गांव का माहौल गमगीन है ।
Darkness in shershah tomb roads : सासाराम नगर निगम हर वर्ष प्रकाश के नाम पर लाखों रुपए खर्च करता है । शेरशाह सूरी मकबरा के चारो तरफ की स्ट्रीट लाइटें खराब हैं , जिसके चलते रात को अंधेरा छाया रहता है । हालात यह है कि कई स्थानों पर हाल में लगाई गई नई स्ट्रीट लाइटें खराब हो गई हैं।
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नगर निगम में कई बार इसकी शिकायतें दर्ज कराई गई, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ है। लोगों का कहना है कि स्ट्रीट लाइट खराब रहने के कारण चोरी एवं आपराधिक घटनाओं के होने की आशंका बनी रहती है ।
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शहर के आधा आबादी का लाईफ लाइन हैं शेरशाह रौजा की अंधेरी सड़कें
शेरशाह सूरी मकबरा की चारो तरफ की सड़कें शहर के पुराने इलाको को जोड़ती है । इन इलाकों में घनी आबादी रहती है , इसका कारण पुरानी बस्तियां हैं ।
इन मोहल्लों को सीधा जोड़ती है ये सड़कें
भारतीगंज, करपुरवा, लखनुसराय,खैरा, लश्करीगंज, शेरगंज, बांध, जानी बाज़ार, नवरत्न बाजार, रौजा रोड, रौजा रोड नंबर 1, साकेत नगर जैसे मोहल्ले शेरशाह सूरी मकबरा के चारो तरफ़ की सड़को से सीधा कनेक्टेड है । इन मोहल्लों के लोग इस सड़क का रोजाना इस्तेमाल करते हैं ।
जबकि कादीरगंज, ताराचण्डी जाने वाले नागरिक भी इस सड़क को बड़ी संख्या में इस्तेमाल करते हैं ।
कई बार हुई हैं चोरी की घटनाएं
शेरशाह मकबरा के सड़कों पर छाया घनघोर अँधेरा
इन सड़को पर रात के अंधेरा का फायदा उठा कर अपराधी अपराध को अंजाम देते रहे हैं । अक्सर चोरी और छीनतई की घटनाएं सुनने को मिलते रहते हैं ।
लापरवाह एएसआई अधिकारी ने मकबरा को बहुत नुक्सान पहुंचाया
वर्तमान एएसआई अधिकारी से शहर के बुद्धिजीवी नाराज हैं । इनके कार्यकाल में शेरशाह मकबरा को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है । हर तरफ गंदगी का अंबार लगा है । शहरवासियों के लिए सुबह टहलने का पार्क भी बंद कर दिया गया है । पार्क खोलने के लिए डीएम द्वारा बार बार कहने पर भी इस अधिकारी के कानों पर जू नहीं रेंगता है । हर बार हामी भरने के बाद यह अधिकारी इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल देता है ।
इस अधिकारी ने एएसआई विभाग के तरफ से भी रौशनी का व्यवस्था नहीं करवाया है । अगर काम करने की इक्षाशक्त हो तो शेरशाह मकबरा के विकास मद से भी स्ट्रीट लाइटें लगाए जा सकते हैं ।
नगर निगम की लाइटें चंद महीनों में ही फ्यूज
शेरशाह मकबरा के सड़कों पर छाया घनघोर अँधेरा
कुछ महीनों पहले शहर के विभिन्न मोहल्लों में नगर निगम ने लाइटें लगवाई थी । उसी समय शेरशाह मकबरा के चारो तरफ की सड़को पर भी लाइटों को लगाया गया था । लेकिन देख रेख़ के अभाव में लाइटें खराब हो गई और अंधेरा पसर गया। जानकर बताते हैं की , इस योजना में खूब लूट हुआ था ।
शहर कि छवि पर बुरा प्रभाव
शेरशाह मकबरा के सड़कों पर छाया अँधेरा
शेरशाह सूरी मकबरा देश का एक महत्वपूर्ण धरोहर है । देश विदेश से पर्यटक यहां घूमने आया करते हैं । रौशनी जैसी प्राथमिक सुविधाओं की कमी देख कर , नाराजगी जाहिर करते हैं । यहां से जब ये लोग घूम कर वापस जाते हैं तो सगे संबंधियों को नेगेटिव फीडबैक देते हैं । जिसके कारण पर्यटन पर तो खराब असर पड़ता ही है, साथ में शहर का छवि भी खराब होता है ।