Rohtasgarh vanvasi kalyan mahotsav 2022 : जिला रोहतास की संस्कृति, सभ्यता और गौरवशाली इतिहास का जीवंत गवाह तथा राजा हरिश्चंद्र की निशानी रोहतासगढ़ किला पर पहली बार बिहार सरकार और जिला प्रशासन ने वनवासी कल्याण महोत्सव का सफल आयोजन किया ।
शनिवार ,दिनांक 5 मार्च को कार्यक्रम का उद्घाटन रोहतास (सासाराम) जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने किया । डीएफओ प्रद्युम्न गौरव, वनवासी कल्याण आश्रम के जिलाध्यक्ष गोविंद नारायण सिंह, डेहरी एसडीएम समीर सौरभ, वरीय उप समाहर्ता अनु कुमारी, प्रवीण चंदन, रश्मि कुमारी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन में सहयोग किया ।
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रोहतासगढ़ वनवासी कल्याण महोत्सव 2022 का उद्देश्य
उक्त अवसर पर जनजातीय समागम को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी श्री धर्मेंद्र कुमार द्वारा बताया गया कि “वनवासी कल्याण महोत्सव” के आयोजन का मुख्य उद्देश्य आदिवासी/जनजातीय संस्कृति की रक्षा है ।
इसके साथ-साथ रोहतास गढ़ किला तथा उसके आसपास के सुरम्य क्षेत्रों/गांवों में पर्यटन का विकास, वन उत्पादों की बिक्री हेतु राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ,स्थानीय उत्पादों, कलाकृतियों को प्लेटफॉर्म मुहैया कराना तथा पर्यटन के माध्यम से रोजगार का सृजन करना है।
उरांव, चेरो एवं खरवार जनजातियों का उद्गम स्थली रोहतासगढ़
रोहतासगढ़ क्षेत्र के महत्व को बताते हुए कहा कि उरांव, चेरो एवं खरवार जनजातियां अपनी उत्पत्ति रोहतासगढ़ किले तथा उसके आसपास के क्षेत्रों से ही मानती है।
करम वृक्ष की पूजा का महत्व
दिनांक 16 फरवरी को माघ पूर्णिमा के दिन करम वृक्ष की पूजा के साथ इस महोत्सव की शुरुआत हुई थी एवं इसका मुख्य समारोह आज दिनांक 5 मार्च को आयोजित किया गया ।
पर्यटन एवं समाज का विकास
इस महोत्सव के माध्यम से स्थानीय कलाकारों, स्थानीय कला-संस्कृति एवं लोक कला को एक व्यापक, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मंच प्रदान किया जाएगा । नक्सल आंदोलन का गवाह रहा यह क्षेत्र मुख्य धारा से जुड़ने के साथ ही विकास पथ पर लंबी लंबी छलांग लगाने लगेगा ।
चौरासन मंदिर से रोहतासगढ़ किले तक दौड़
चौरासन मंदिर से रोहतासगढ़ किले तक बालक एवं बालिका वर्ग में “संस्कृति रक्षा दौड़” का आयोजन किया गया। साथ ही चित्रकला एवं अन्य खेल प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई।
बैगा पाहन हुए सम्मानित
वनवासी कल्याण महोत्सव 2022 के अवसर पर बैगा पाहन अर्थात स्थानीय पुजारियों को भी सम्मानित किया गया ।
वनवासी संस्कृति से रु ब रु
वनवासी कल्याण महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम यथा आदिवासी नृत्य इत्यादि के आयोजन में स्थानीय कलाकारों को प्राथमिकता दी गई तथा उन कलाकारों द्वारा मनोहारी नृत्य प्रस्तुत किया गया जो सबों को मंत्रमुग्ध करने वाला था ।
डीएफओ श्री प्रद्युम्न गौरव,एसडीएम डेहरी श्री समीर सौरभ, प्रभारी पदाधिकारी, सामान्य शाखा विशेष कार्य पदाधिकारी, बीडीओ एवं सीओ रोहतास आदि के साथ -साथ प्रबुद्ध जन भी सम्मिलित हुए।
बुलेट सफारी
ज्ञातव्य है कि रॉयल एनफील्ड (बुलेट) कंपनी द्वारा अपने वार्षिक एक्सपीडिशन कैलेंडर में , कैमूर पर्वत श्रृंखला की तलहटी में अवस्थित रोहतास प्रखंड से रोहतासगढ़ किले तक “बुलेट सफारी “का भी कार्यक्रम निर्धारित किया गया था ,जिसके आलोक में बुलेट सफारी का आयोजन भी किया गया ।
जिलाधिकारी ने कहा कि उक्त सफारी के वार्षिक कैलेंडर के अनुरूप आयोजन से इस वनवासी क्षेत्र में पर्यटन विशेषकर नेचर सफारी और ईको टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा ।
डीएम और डीएफओ खुद चलाया बुलेट
डीएम धर्मेंद्र कुमार, डीएफओ प्रद्युम्न गौरव, वनवासी कल्याण आश्रम के जिलाध्यक्ष गोविंद नारायण सिंह ने रोहतास प्रखंड मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूरी की रॉयल एनफील्ड बुलेट सफारी को हरी झंडी दिखाकर विदा किया । डीएम और डीएफओ खुद बुलेट चलाकर रेहल तक पहुंचे और बुलेट सफारी का हिस्सा बने ।
डीएफओ ने भी किया संबोधित
डीएफओ प्रद्युम्न गौरव ने कहा कि वनवासी कल्याण महोत्सव किला के गौरव को पुनर्जीवित करने का कार्य करेगा । पर्यटन को विकसित करने में सभी विभागों के लोग काम कर रहे है ।
गोविंद नारायण का सम्बोधन
वनवासी कल्याण आश्रम के जिलाध्यक्ष गोविंद नारायण सिंह ने कहा कि स्थानीय लोगों के सहयोग से अब इस क्षेत्र का विकास निश्चित होगा । उन्होंने स्थानीय लोगों से कहा की अपनी परंपरा को संजोए रखे ।
सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद
कभी नक्सलियों के ठहरने का सबसे सुरक्षित और पसंदीदा जगह था रोहतासगढ़ किला । ऐसे में पहली बार सरकारी स्तर से वनवासी कल्याण महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन करना प्रशासन के लिए चुनौती था । कार्यक्रम को लेकर किला परिसर तथा आस पास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद था । किला परिसर छावनी में तब्दील हो गया था ।
एसएसबी और बिहार पुलिस के जवान हर तरफ मुस्तैद थें । बाईक तथा चार पहिया वाहनों से लगातार पेट्रोलिंग किया जा रहा था । झाड़ियों और पहाड़ की चोटियों पर सुरक्षा बल पोजीशन लेकर खड़े थें ।
निशुल्क भोजन का प्रबंध
जिला प्रशासन ने कार्यक्रम में आए अतिथियों, अधिकारियों और वनवासियों के लिए निशुल्क सादा भोजन का व्यवस्था किया था । वनवासियों ने इस पहल की खूब सराहना की ।
डीएम धर्मेंद्र कुमार ने खुद मुझे ( मनीष मौर्या, फाउंडर : Sasaram Ki Galiyan) बुलाकर कहा की मनीष , सबके खाना का व्यवस्था किया गया है । सासाराम के जितने भी लोग हैं या अन्य जगहो के जो लोग हैं उन्हें बता दो और सबलोग खाना खा कर जाना ।
कई तरह के स्टाल आकर्षण का केंद्र रहें
वनवासी कल्याण महोत्सव के अवसर पर जिला प्रशासन ने कई तरह के स्टालों को लगवाया था ।
पल्स पोलियों कैंप
वनवासियों के लिए पल्स पोलियों कैंप लगाया गया ।
फोटोग्राफ प्रदर्शनी
किला परिसर में रोहतास और रोहतासगढ़ किला से संबंधित नेचुरल , हिस्टोरिकल तस्वीरों, पेंटिंग (चित्रों) का प्रदर्शनी लगा था ।
रोहतास पहाड़ी के फलों व औषधियों की प्रदर्शनी
रोहतास के जंगलों में उगने वाली महुआ, पियार,मीठा पत्ता,हरे फल, मलकंगनी फल इत्यादि फलों व औषधियों की प्रदर्शनी ने लोगों को खूब आकर्षित किया । लोगों ने देखने के बाद रोहतास की संस्कृति और मिट्टी को सलाम किया ।