Thursday, October 23, 2025
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दशरथ मांझी ने पहाड़ काटा तो इन्होंने क्वारंटाइन सेंटर बना डाला | Villagers Made Own Quarantine Centre

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इस कोरोना काल में करगहर के जलालपुर के कल्याण समिति ने एक प्रशंसनीय कार्य किया है । जलालपुर में सरकारी तौर पर क्वारंटाइन सेंटर नहीं था तो गाँव के प्रवासियों के लिए, मध्य विद्यालय को क्वारंटाइन सेंटर में परिवर्तित कर दिया गया । कल्याण समिति द्वारा खाने-पीने से लेकर साबून एवम् मास्क वगैरह की व्यवस्था की गई । दोनों समय आयुर्वेदिक काढ़ा भी उनलोगों को पिलाया जा रहा है । आज 50 से ज्यादा लोग वहाँ क्वारंटाइन हैं और खुशीपूर्वक रह रहे हैं ।

दशरथ मांझी ने पहाड़ काटा तो इन्होंने क्वारंटाइन सेंटर बना डाला | Villagers Made Own Quarantine Centre

कल्याण समिति, जलालपुर , करगहर, रोहतास (बिहार) अपने गठन (1 जूलाई 2016) के समय से ही अपने गाँव के लोगों के लिए कई  परोपकारी एवम् कल्याणकारी कार्य करती आ रही है जैसे वृद्ध, विधवा, विकलांग को प्रति माह आजीवन आर्थिक सहायता प्रदान करना, दुर्घटना से मृत्यु को प्राप्त लोगों के निर्धन परिजनों को दस हजार रूपये की सहायता देना , स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकता के लिए निर्धन परिवारों को आर्थिक सहयोग करना आदि । इस संगठन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री कण्डेय मुनि सिंह हैं जो बैंक ऑफ बड़ौदा में चीफ मैनेजर हैं । कोषाधिकारी के रूप में श्री अमित कुमार सिंह (रेलवे में लोको पायलट) और श्री अमृतेश सिंह (बैंक ऑफ बड़ौदा में सीनियर मैनेजर) कार्य कर रहे हैं । निखिल आदित्य ( कैमूर डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के निर्देशक है ) को छोड़ के सभी सदस्य गाँव के नौकरी करने वाले लोग हैं ।  सभी सदस्य अपने वेतन का एक छोटा-सा अंश समिति के खाते में हर महीने जमा कर देते हैं जिससे समिति कल्याण का कार्य करती है ।

बिहार टॉपर सासाराम के नटवार के बेटे को मिला लैपटॉप, मदद के लिए आगे आने लगे दिलदार !! Bihar Topper Matric 2020

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हिमांशु ने बिहार मैट्रिक परीक्षा में 96.20% लाकर न केवल जिले का नाम ऊंचा किया है ,बल्कि बिहार के माथे पर भी शुभ तिलक लगा दिया है । सासाराम के दिनारा प्रखंड के नटवार के रहने वाले मैट्रिक 2020 टोपर हिमांशु को बिक्रमगंज के डीवाईन पब्लिक स्कूल के संचालक अखिलेश जी ने शिक्षा के लिए लैपटॉप गिफ्ट किया है । और अगर हिमंशुं को इच्छा हो तो उन्हे निशुल्क इंटरमीडिएट शिक्षा देने का भी ऑफर किया गया है । आपको बताते चलें कि ,अखिलेश जी “सासाराम की गलियां” के बहुत पुराने सदस्य है ।  लगभग 6 वर्षों से जुड़े हुए हैं । हिमांशु को जिले भर के लोगों के द्वारा सहयोग मिल रहा है ।

सासाराम के फिजिक्स क्लासेज गौरक्षणी के तरफ से भी हिमांशु को अगर इच्छा हो तो उन्हे निशुल्क कोचिंग देने का ऑफर किया गया है ।  कोचिंग संचालक ने “सासाराम की गलियां” को बताया कि ये सुविधा जिले के सभी टॉपर्स के लिए भी है ।

जिला के विभिन्न सामाजिक संगठन भी गरीब हिमांशु के मदद के लिए आगे आए हैं , समाजसेवी मालती देवी, मौर्य शक्ति सामाजिक संगठन, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन, चन्द्रगुप्त मौर्य सेवा समिति , कुशवाहा महासभा रोहतास , स्थानीय भाजपा नेता राजेंद्र सिंह सहित कई लोगों ने हिमांशु को अपने अपने समर्थ अनुसार सहयोग किया है ।

राजेंद्र सिंह ने बताया की वो बिहार के होनहार और मेहनती छात्रों के लिए हमेसा मौजूद हैं | ये बच्चे बिहार का शान और भविष्य हैं | हिमांशु को राजेंद्र सिंह द्वारा एक यादगार गिफ्ट भी दिया गया |

मौर्य शक्ति नामक सामाजिक संगठन द्वारा हिमांशु को किसी भी उच्च शिक्षा के लिए , अगर कहीं अन्य जगहों पर जाने का इच्छा हो तो , इस केस में पूरा खर्च संगठन द्वारा उठाने का ऑफर दिया गया है ।

अच्छा है, गरीब और प्रतिभावान छात्रों कि मदद समाज को करना ही चाहिए । इस तरह के छात्र भारत का नींव है ।

बिहार में वशिष्ट नारायण सिंह के प्रतिभा को तो उतना सम्मान नहीं मिल सका ,जितना उन्हे मिलना चाहिए था । अन्तिम समय में उन्हे सरकार द्वारा एंबुलेंस तक नसीब नहीं हुआ था । 

कल Sasaram Ki Galiyan फेसबुक पेज पर हिमांशु को मदद करने के लिए समाजसेवियों से अपील किया गया था 

लेकिन कम से कम बिहार के नय युवा पीढ़ी को ये सब समय देखना नहीं पड़े , इसका ध्यान हर जागरूक बिहारी को रखना चाहिए । ताकि सामाजिक असहयोग और अभाव के कारण बिहार का कोई भी प्रतिभा दम ना तोड़े ।

सासाराम का बेटा बना बिहार टॉपर , सब्जी बेचता था मेट्रिक टॉपर | Bihar Matric topper 2020

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बिहार में मैट्रिक का रिजल्ट घोषित हो चुका है ,और इस बार 96.20 फीसदी अंकों के साथ हिमांशु राज़ ने बाज़ी मारा है । हिमांशु सासाराम के नटवार के रहने वाले हैं । जनता उच्च विद्यालय तेनुअज के छात्र हैं हिमांशु । हिमांशु को कुल 481 अंक प्राप्त हुए हैं मैट्रिक परीक्षा में और 96.2 % .

सब्जी भी बेचा हिमांशु ने ,आर्थिक स्थिति खराब

हिमांशु एक गरीब किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं । इनके पिता जी पट्टे पर दूसरे का खेत लेकर खेती करते हैं और ट्यूशन शिक्षक भी है । हिमांशु अपने पिता जी के साथ सब्जी भी बेचते थें ।  आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण कई बार ,पढ़ाई लिखाई में मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा हिमांशु को । लेकिन , पढ़ाई ही एक रास्ता है दोजख के जिंदगी से बाहर निकलने का, इसलिए तमाम कठिनाइयों और संघर्षों के साथ पढ़ाई लिखाई जारी रखा हिमांशु ने । 
सासाराम का बेटा बना बिहार टॉपर , सब्जी बेचता था मेट्रिक टॉपर | Bihar Matric topper 2020
हिमांशु ने  “सासाराम की गलियां” को बताया कि , पढ़ाई में मां,पिता जी और उनके शिक्षकों का भरपूर सहयोग मिला है । बिना इनके सपोर्ट के यह मुकाम पाना मुश्किल था । हिमांशु जल्द ही “सासाराम की गलियां” फेसबुक पेज पर भी लाईव आएंगे । हिमांशु ने बताया कि स्कूल के अलावा एक कोचिंग करते थे। पिताजी भी ट्यूशन टीचर हैं और वह भी रोज गाइड किया करते थे। 

सॉफ्टवेयर इंजीनियर का सपना 

साइंस स्ट्रीम से 12 वीं करने के बाद , हिमांशु सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहते हैं ।  “सासाराम की गलियां ” संगठन के तरफ से हिमांशु को शुभकामनाएं और प्यार । हिमांशु “सासाराम की गलियां” फेसबुक पेज पर लाईव आएंगे । जब आएंगे तो बता दिया जाएगा ।

ईद की गरीब पार्टी, सासाराम के युवकों के तरफ से – Sasaram Ki Galiyan

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खुशियां बांटने की चीज है , इसी को जीवन मंत्र बना चुके हैं शहर के युवक ।  करोना महामारी से बचाव के लिए किए गए लॉकडॉउन से उत्पन हुए भुखमरी, बेरोजगारी जैसे समस्यायों से निपटने के लिए देश के कई मानवता वादी संगठने कई कई दिनों से जमीन पर लगी हुई हैं ।

ईद की गरीब पार्टी, सासाराम के युवकों के तरफ से

सासाराम के चन्द्रगुप्त मौर्या सेवा समिति नामक सामाजिक संगठन रात 2 बजे तक सेवा पहुंचा रहा है , जो कि अपने आप में हैरान करनेवाला बात है ।

ईद की गरीब पार्टी, सासाराम के युवकों के तरफ से

कई तरह की सेवाएं संगठन द्वारा बहुत बड़े स्तर अंजाम दिया जा रहा है । कहीं महंगी हो चुकी हरी सब्जियां , फल मुफ्त बांटे जा रहे हैं तो , कहीं पका हुआ खाना बांटा जा रहा है । संगठन द्वारा कपड़े भी बांटे जा रहे है ।

प्रवासियों के साथ शहरवासियों की भी सेवा की जा रही है ।

ईद की गरीब पार्टी, सासाराम के युवकों के तरफ से

चन्द्रगुप्त मौर्य सेवा समिति के द्वारा नेशनल हाइवे 2,ग्राम बलथुआ जी टी रोड, आरा रोड लालगंज में स्टाल लगाकर दिनभर खाना खिलाया जाता है, जबकि रात्रि 2 बजे तक लागातार घूम घूम कर  प्रवासी मजदूर भाइयो की सेवा की जा रही है ।

ईद की गरीब पार्टी, सासाराम के युवकों के तरफ से

रात्रि में विषेश रूप से ऑफिस चौराहा ,धर्मशाला,बौलिया रोड में भूखे और असक्षम लोगों को खाना खिलाया जा रहा है । न्यू स्टेडियम में कभी कभी फल का वितरण हुआ है ।

ईद की गरीब पार्टी, सासाराम के युवकों के तरफ से

ग्राम बेलाढ़ी और उचित पुर में गरीब जरूरत मन्द लोगो के बीच कपड़ा और सेवई का भी वितरण किया गया है ।

ईद स्पेशल थाली

ईद की गरीब पार्टी, सासाराम के युवकों के तरफ से

ईद के मौके पर मुस्लिम समुदाय के जरूरतमंदों को स्पेशल थाली परोशा जा रहा है , जिसमे मुख्य रूप से सेवइयां तथा अन्य मिष्ठान शामिल रह रहे है ।

मौका ! मौका ! मौका !

आम लोगों के लिए भी सहयोग का द्वार लोगों के अनुरोध पर खोल दिया गया है । संगठन से जुड़े रविन्द्र जी ने बताया की 84 098  92947 पर फोन करके , आम लोग भी अपने समर्थ अनुसार भोजन या अन्य चीजों का दान कर सकते हैं ।

ईद की गरीब पार्टी, सासाराम के युवकों के तरफ से

घर के पुराने कपड़े भी इन्हे दिया जा सकता है, ये लोग उसको पहनने लायक बना कर जरूरतमंदों तक पहुंचा देंगे । यह इनिशिएटिव सच में काबिल ए तारीफ है । “सासाराम की गलियां” संगठन चन्द्रगुप्त मौर्य सेवा समिति के सभी सदस्यों के सेवा के जज्बे को सलाम करता है ।

दादरी से सासाराम पहुंची 1610 मजदूरों को लेकर स्पेशल ट्रेन , हुआ भभ्य स्वागत सासाराम में !!

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1610 मजदूरों को श्रमिक स्पेशल ट्रेन दादरी से सासाराम रेलवे स्टेशन पर पहुंच चुकी है । स्टेशन पर पहुंचने के बाद अधिकारियों द्वारा प्रवासी मजदूरों का भव्य स्वागत किया गया । ये सभी मजदूर करोना के फैलाव को रोकने के मद्देनजर किए गए  लॉकडॉउन से उत्पन खाना पानी ,रोजी रोटी के मुश्किलों के बाद अपने पैतृक गृह कि ओर लौट रहें हैं । इन्हे लाने के लिए भारतीय रेल द्वारा स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं । ट्रेनों में सवार होने के लिए रजिस्ट्रेशन करना पड़ रहा है ।

सबका जांच हुआ 

स्टेशन पर पहुंचने के बाद अधिकारियों द्वारा सभी प्रवासी  मजदूरों का बारी बारी से जांच किया गया । स्टेशन परिसर में स्थित थर्मल स्क्रीनिंग के माध्यम से इनका जांच किया गया ।
दादरी से सासाराम पहुंची 1610 मजदूरों को लेकर स्पेशल ट्रेन , हुआ भभ्य स्वागत सासाराम में !!
भेजा गया क्वॉर्नटाइन सेंटर 
सासाराम के मजदूरों को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद बसों से 
उन्हे क्वॉर्नटाइन सेंटर भेज दिया गया है । उन्हे कुछ दिनों तक वहां रहना पड़ेगा । अगर स्वास्थ सही रहा और करोना के लक्षण नहीं पाए जाएंगे तो वो सीमित समय क्वॉर्नटाइन सेंटरों में बीता कर अपने घर चले जाएंगे । अगर उनमें करोना लक्षण पाए जाएंगे तो उनका इलाज किया जाएगा ।
दादरी से सासाराम पहुंची 1610 मजदूरों को लेकर स्पेशल ट्रेन , हुआ भभ्य स्वागत सासाराम में !!
स्टेशन परिसर हुआ था सैनिटाइज
स्पेशल ट्रेन के सासाराम पहुंचने से पहले ,स्टेशन परिसर को सैनिटाइज किया गया था । अधिकारियों के निगरानी में  स्टेशन परिसर पर सफाई अभियान भी चलाया गया । 
दादरी से सासाराम पहुंची 1610 मजदूरों को लेकर स्पेशल ट्रेन , हुआ भभ्य स्वागत सासाराम में !!
मजदूरों को चाय इत्यादि भी पिलाया गया । सासाराम पहुंच कर सभी मजदूरों के चेहरे पर सुकून भारी मुस्कान को देख कर सभी लोग खुश थें । 

सासाराम का शाहजूमा और गाँधी नीम सील !! करोना चेन पहचानने की कोशिशें जारी

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सासाराम का शाहजूमा और गाँधी नीम सील !!
सासाराम नगर परिषद क्षेत्र के शाहजुमा मोहल्ला में कोरोना पॉजिटिव का मामला सामने आते ही  जिला प्रशासन ने एरिया को पूरी तरह से सील कर दिया है । गुरुवार की देर रात सासाराम के शाहजुम निवासी एक व्यक्ति में कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई थी । जिसके बाद हरकत में आई जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग ने शहर के शाहजुमा मोहल्ला के साथ-साथ गांधी नीम को पूरी तरह से सील कर दिया है ।

करोना चेन पहचानने की कोशिशें जारी 

सील किए गए एरिया में लोगों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे लोग अपने घरों से बाहर न निकले । जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग कोरोना पॉजिटिव पाए गए व्यक्ति से जुड़े लोगों की पहचान करनी शुरू कर दी है , ताकि समय रहते चेन बनने से तोड़ा जा सके । साथ ही साथ प्रशासन इस बात की जानकारी जुटाने में लगी है कि वह व्यक्ति कोरोना संक्रमित कैसे हुआ। परंतु गुरुवार की देर रात कोरोना पॉजिटिव का मामला सामने आते ही लोगों में एक बार फिर से दहशत देखी जा रही है। लोगों की माने तो उक्त कोरोना मरीज शहर के विभिन्न इलाकों में मछली बेचा करता है (पहले सब्जी बेचता था) । उक्त व्यक्ति में कोरोना पॉज़िटिव  की पुष्टि होते ही आसपास के क्षेत्रों के लोगों में खलबली मच गई। संबंधित इलाके को सील करने से पूर्व वहां ब्लीचिंग पाउडर का भी छिड़काव किया गया।

बंदरो पर सफल रहा करना वैक्सीन का ट्रायल ,अब मानव शरीर पर ट्रायल शुरू !!

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अमरीका और ब्रिटेन के कुछ रिसर्चर्स ने रॉयटर्स न्यूज से बताया है कि ‘ऑक्सफ़र्ड यूनिवर्सिटी में कोरोना वायरस की जिस वैक्सीन पर काम चल रहा है, उसके शुरुआती परिणाम आशा भरा हैं. ‘शोधकर्ताओं ने छह बंदरों के एक ग्रुप पर इस वैक्सीन का टेस्टिंग किया और पाया कि यह काम कर रहा है. बताया गया है कि ‘अब इस वैक्सीन का ट्रायल इंसानों पर किया जा रहा है. अन्य वैज्ञानिकों से आने वाले दिनों में इस वैक्सीन का रिव्यू करवाया जाएगा.’ब्रिटेन के दवा निर्माता AZN.L ने पिछले महीने घोषणा की थी कि उसने ऑक्सफ़र्ड वैक्सीन ग्रुप और जेनर इंस्टिट्यूट के शोधकर्ताओं के साथ मिलकर कोरोना वायरस के टीके पर काम शुरू कर दिया है.

बंदरों पर ट्रायल सफल रहा

शोधकर्ताओं ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि ‘छह बंदरों को कोरोना वायरस का डोज़ देने से पहले, उन्हें यह टीका लगाया गया था. हमने पाया कि कुछ बंदरों के शरीर में इस टीके से 14 दिनों में एंटीबॉडी विकसित हो गईं जबकि कुछ को 28 दिन लगे’ . रिसर्चर के अनुसार, “कोरोना वायरस के संपर्क में आने के बाद, इस वैक्सीन ने उन बंदरों के फ़ेफड़ों को नुक़सान से रक्षा किया और वायरस को शरीर में ख़ुद की कॉपियाँ बनाने और बढ़ने से भी रोका. परन्तु वायरस अभी भी नाक में सक्रिय दिखाई दे रहा था.” लंदन स्कूल ऑफ़ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसन के  प्रोफ़ेसर, डॉक्टर स्टीफ़न इवांस ने कहा कि ‘बंदरों पर शोध के बाद जो नतीजे आए हैं, वो एक अच्छी ख़बर है.’ 

अन्य देशों में भी रिसर्च जारी

दुनिया के कई अन्य देशों में भी कोरोना वैक्सीन के ट्रायल चल रहे हैं जो मानव परीक्षण की स्टेज तक पहुँच चुके हैं. मॉडर्ना कंपनी का MRNA.O फ़ाइज़र कंपनी का PFE.N बायोएन.टेक कंपनी का 22UAy.F और चीन की कानसिंनो बायोलॉजिक्स कंपनी का 6185.HK टीका इस श्रेणी में शामिल हैं. वैश्विक रूप से कोरोना वायरस से लड़ने के लिए 106 से अधिक टीकों पर काम चल रहा है. लेकिन 50 लाख से ज़्यादा लोगों को संक्रमित कर चुके और तीन लाख दस हजार से ज़्यादा लोगों की जान ले चुके इस वायरस का टीका तैयार करने वालों के सामने सबसे बड़ी चुनौती इस बात की है कि अगर टीका बना, तो कितनी बड़ी मात्रा में इसकी डोज़ तैयार करना होगा ?

प्रायः एक वर्किंग टीका विकसित करने में 10 साल तक का समय लग सकता है. लेकिन महामारी के फैलाव में आई तेज़ी को देखते हुए और मरने वालों की संख्या को देखते हुए, बड़े रिसर्चर कोरोना वायरस का टीका जल्द से जल्द विकसित करने का प्रयास कर रहे हैं.

सासाराम में 16 मई से शुरू हो जाएगा करोना टेस्टिंग, आत्मनिर्भर बनेगा सासाराम ! अच्छी खबर …!!

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अभी तक सासाराम के लोगों को करोना टेस्टिंग के लिए पटना पर निर्भर रहना पड़ता था । सासाराम में मरीजों का सैंपल निकाल कर ,टेस्टिंग के लिए पटना भेजा जाता था। इस प्रक्रिया में अनावश्यक रूप से लंबा समय बर्बाद होता था और पटना के टेस्टिंग मशीन पर भीड़ का दबाव भी बहुत ज्यादा था । लेकिन अब सासाराम के लिए राहत भरी खबर है । सदर अस्पताल सासाराम में इसी 16 मई से करोना का टेस्टिंग शुरू हो जाएगा । टेस्टिंग के लिए टूनॉट मशीन परसो दिन से काम करना शुरू कर देगा।  फिर भी स्पेशल केस में पटना जाएगा सैंपल, वेरिफिकेशन के लिए ।

किनका सैंपल पटना जाएगा ? स्पेशल केस क्या है ?

जिन मरीजों का सासाराम के टेस्टिंग मशीन में रिपोर्ट पॉजिटिव आएगा , उनका सैंपल वेरिफिकेशन (क्रॉस चेक) के लिए पटना जाएगा ।  जिनका करोना रिपोर्ट नेगेटिव आएगा ,उनका सैंपल दोबारा जांच के लिए पटना नहीं भेजा जाएगा ।  आपको बताते चलें कि, स्वास्थ विभाग द्वारा सैंपल टेस्टिंग मशीन के इंस्टालेशन के लिए सदर अस्पताल स्थित पारा मेडिकल सेंटर में बने क्वारांटाइन सेंटर एंड आइसोलेशन वार्ड को चिन्हित किया गया है । सिविल सर्जन डॉ जनार्दन शर्मा ने बताया कि एक सप्ताह पहले ही स्वास्थ विभाग द्वारा मशीन लगाने की मंजूरी मिल गई थी । उसके बाद सब तैयारियों में जुट गए थे ।

हमने भी आपको पहले ही बताया था !!

सासाराम में 16 मई से शुरू हो जाएगा करोना टेस्टिंग, आत्मनिर्भर बनेगा सासाराम ! अच्छी खबर ...!!
हमने भी आपको पहले ही बताया था !!
“सासाराम की गलियां” के सभी सदस्यों को यह खबर हमने पहले ही बता दिया था । कुछ दिनों पहले हमने फेसबुक पेज पर यह जानकारी आपके साथ शेयर किया था ।

कुछ शानदार लोग रख रहें है सासाराम के बुलंद भविष्य का नींव, रवि अपने महंगे सब्जियां फ़्री में बांट दे रहे हैं ।

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आधुनिक तकनीकों और वैज्ञानिक तरीकों से बड़े स्केल पर सब्जी उत्पादन के लिए देश भर में मशहूर सासाराम के बड़की करपुरवा गांव के निवासी हैं 22 वर्षीय रवि देवा । रवि लॉक डाउन में शहरवासियों के लिए मसीहा साबित हो रहे हैं । पिछले 1 महीने से शहर के विभिन्न इलाकों में जरूरतमंदों को नि:शुल्क अनाज के साथ-साथ सब्जियां वितरण कर रहे हैं ।  सब्जियों में  भिंडी,लोकी,नेनुआ,बैंगन,पालक साग जैसे महंगी सब्जियां फ़्री में ही दान कर दे रहें है रवि । पूछने पर बताते हैं कि, ऐसा करके उन्हें आंतरिक खुशियां मिलती हैं ।
अपने पंचायत में गरीबों में बांट रहे अनाज
कुछ शानदार लोग रख रहें है सासाराम के बुलंद भविष्य का नींव, रवि अपने महंगे सब्जियां फ़्री में बांट दे रहे हैं ।
कुछ शानदार लोग रख रहें है सासाराम के बुलंद भविष्य का नींव
अपने पंचायत के जरूरतमंदों में भी अनाज बांट रहे हैं , इस कार्य में उनके माता-पिता एवं उनके भाई के साथ कुछ मित्रों का भी सहयोग रहता है |

पुलिसकर्मियों की भी कर रहे हैं सेवा

कुछ शानदार लोग रख रहें है सासाराम के बुलंद भविष्य का नींव, रवि अपने महंगे सब्जियां फ़्री में बांट दे रहे हैं ।
कुछ शानदार लोग रख रहें है सासाराम के बुलंद भविष्य का नींव
बता दे की दो हप्ते पहले इनके क्षेत्र के कुछ भागों को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया था। इसके लिए  काफी संख्या में  पुलिस बल की भी तैनाती की गई है।  ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के देख कर रवि देवा के मन में इन पुलिसकर्मियों के लिए भी कुछ करने की इच्छा जागी तो रवि देवा ने सभी पुलिसकर्मियों से बात करके  उनके लिए भोजन बनाने का प्रस्ताव रखा ।  उनके इस विचार से पुलिसकर्मी काफी प्रभावित हुए। उसके बाद से  रवि देवा वहां तैनात तकरीबन 60 पुलिसकर्मियों को नि: शुल्क भोजन मुहैया करवा रहे हैं । रवि देवा कहते हैं कि यह आपदा की घड़ी है, ऐसे में हमें एक दूसरे का सहारा बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे समाज में बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो इस लॉक डाउन में बेरोजगारी के कगार पर पहुंच चुके हैं। उनके सामने भुखमरी की गम्भीर चुनौती खड़ी हो गई है । ऐसे में हम सभी का फर्ज बनता है कि अपने समर्थ अनुसार इनकी मदद की जाए, यही धर्म है । शहरी इलाकों के अलावे ग्रामीण इलाकों में ऐसे बहुत लोग हैं जो लॉक डाउन की वजह से ज्यादा बाहर नहीं निकल पा रहे हैं । ऐसे लोग इनके विशेष लिस्ट में शामिल हैं ।
“सासाराम की गलियां” रवि के इस दरियादिली और जज्बे को सलाम करता है ।

इंजीनियरिंग में बनाना चाहते हैं करियर तो इसे जान लीजिये | Things To Know Know Before Going For Engineering

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हिंदुस्तान में लाखों युवा हर साल इंजीनियरिंग में एडमिशन लेते हैं । इंजीनियरिंग में एडमिशन के लिए लाखों छात्र अलग-अलग कई तरह के एंट्रेंस एग्जाम देते हैं । इंजीनियरिंग के कुछ एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन नेशनल लेवल पर,तो कुछ का आयोजन स्टेट लेवल पर , वहीं कुछ का आयोजन इंस्टिट्यूशन के लेवल पर भी होता है । आज हम आपको देश के कुछ बड़े एंट्रेंस एग्जाम के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हे जान कर आपको निश्चित ही फायदा होने वाला है ।

JEE MAIN

यह भारत में एक महत्वूर्ण इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम है. इसका आयोजन साल में दो बार-जनवरी और अप्रैल में होता है. पहले सीबीएसई इसका आयोजन कराता था, लेकिन अब एनटीए कराती है.

JEE ADVANCE

जेईई मेन के बाद जेईई एडवांस्ड परीक्षा देना होता है. इसका आयोजन साल में एक बार ही होता है. इस एग्जाम में प्राप्त स्कोर के आधार पर आईआईटी कॉलेजों में एडमिशन होता है.

BITSAT

बिड़ला इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी एंड साइंस (बिट्स) पिलानी द्वारा इसका आयोजन किया जाता है. यह एक कंप्यूटर आधारित टेस्ट है. बिट्स के पिलानी, गोवा और हैदराबाद कैंपसों में बीई, फार्मा और एमएससी प्रोग्रामों में दाखिला इसी के आधार पर होता है.

VITEEE

वेल्लुरु इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी द्वारा अपने बीटेक प्रोग्रामों में दाखिले के लिए वीआईटीईई का आयोजन होता है. यह परीक्षा भी ऑनलाइन होता है.

SRMJEEE

एसआरएम इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नॉलजी अपने कट्टनकुलाथुर, रामापुरम, वडापलानी और दिल्ली-एनसीआर के कैंपसों में ऑफर किए जाने वाले बीटेक प्रोग्रामों में एडमिशन के लिए एसआरएमजेईईई परीक्षा आयोजित करती है ।

COMEDK

कंसॉर्टियम ऑफ मेडिकल इंजीनियरिंग एंड डेंटल कॉलेजेज ऑफ कर्नाटक (कॉमेडके) इस अंडरग्रेजुएट एंट्रेंस टेस्ट (कॉमेडके यूजीईटी) द्वारा आयोजित होता है. यह एक स्टेट लेवल परीक्षा है. इसमें प्राप्त नंबरों के आधार ही कॉमेडके से संबंधित कॉलेजों में इंजीनियरिंग और मेडिकल डिग्री कोर्सों में एडमिशन होता है.

KIITEE

कलिंग इंस्टिट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नॉलजी, भुवनेश्वर द्वारा इस एग्जाम का आयोजन अपने के अंडरग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट प्रोग्रामों में दाखिले के लिए किया जाता है.

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