पेड़ पौधे प्रकृतिक के वो देन है जिसका कोई विकल्प उपलब्ध नहीं है। सदियों से जगत के सभी प्राणी फिर व चाहे इंसान हो या जानवर सभी का जीवन इसी पर निर्भर करता आया है और आज भी कर रहा है। यह न केवल मानव जगत को जीवन प्रदान करने वाली ऑक्सीजन प्राप्त होता है साथ ही साथ जीवन निर्वाह के लिए रोज़मर्रा की वस्तुएं भी मिला करते है। “हरेला” प्रकृति से जुड़ा उत्तराखंड का यह एक विशिष्ट लोक पर्व है। हरेला का पर्व न सिर्फ नई ऋतु के शुभागमन की सूचना देता है, बल्कि प्रकृति के संरक्षण को भी प्रेरित करता है। इसीलिए देवभूमि उत्तराखंड में हरेला पर्व लोकजीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया। अब तो इसी दिन से पौधरोपण अभियान शुरू करने करने की परंपरा भी शुरू हो गई है।
उत्तराखंड राज्य के लोक प्रकृति पर्व “हरेला” के अवसर पर माटी संस्था, देहरादून व उत्तराखंड विज्ञान, शिक्षा व् अनुसन्धान केंद्र, देहरादून के द्वारा 16-23 जुलाई 2020 तक देशव्यापी ‘’हरेला वृक्षारोपण व संकल्प अभियान” चलाया जा रहा है। इसी क्रम में बिहार के रोहतास जिले के हुरका ग्राम पंचायत के अंतर्गत हुरका ग्राम में माटी संस्था देहारादून के सहयोग व देखरेख में गाँव के स्थानीय युवको के द्वारा सम्पन्न किया गया। इस कार्यक्रम में स्थानीय युवाओं के दलों का नेतृत्व नंदलाल कुमार उर्फ निलु (अध्यापक) ने किया। कार्यक्रम के संयोजक व माटी संस्था के वैज्ञानिक जोखन शर्मा नें बताया की माटी संस्था का यह वृक्षारोपण अभियान देश भर में चलाया जा रहा है। इसी के क्रम में स्थानीय युवको के सहयोग से हुरका ग्राम के तीन विभिन्न स्थानो पर लगभग 50 से अधिक पौधों का वृक्षारोपण कार्यक्रम चलाया गया। इन वृक्षों में फलदार व इमारती पौधे विशेष रूप से लगाए गए। ग्रामीण युवाओ के नेतृत्व कर रहे नंदलाल कुमार ने कहा की पेड़ – पौधे हमारे जीवन के साथ स्थानीय प्राकृतिक विविधता के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसीलिए पेड़ पौधे को लगाने व उसके संरक्षण के लिए ग्रामीणो से अपील भी की। युवा दल सदस्य शैलेश श्रीवास्तव ने कहा की प्रकृति को संतुलन बनाए रखने के लिए सभी का अपना – अपना स्थान महत्वपूर्ण है फिर व चाहे जीव- जन्तु हो या पेड़-पौधे। सभी की सुरक्षा करना मानवजाति का मुख्य कर्तव्य है।
इस वृक्षारोपण कार्यक्रम में गाँव के मींटू श्रीवास्तव, उज्ज्वल श्रीवास्तव, प्रियान्शु शर्मा, संत शैलेश श्रीवास्तव, शशि कुमार, संतोष शर्मा, रोहित शर्मा आदि सहित कुल 20 युवाओं नें अपने अपने हाथों से पौधे लगाए व उसके संरक्षण हेतु संकल्प लिया। साथ ही भविष्य में पौधे लगाने व पर्यावरण संरक्षण पर जागरूकता फैलाने का भी संकल्प सभी ने लिया।