65 वीं बीपीएससी में टापर गौरव सिंह रिजल्ट के बाद पहली बार जब नवरात्र के महानवमी की सुबह अपने गांव चमरहा पहुंचे तो ग्रामीणों द्वारा भव्य स्वागत किया गया । दशहरा के दिन शिवसागर थाना क्षेत्र के चमरहा गांव में जश्न का माहौल दिखा। गांव का बेटा गौरव सिंह बीपीएससी में पूरे राज्य में टाप करने के बाद पहली बार गांव जो लौटा था।
फोरलेन जीटी रोड से चमरहा गांव 6 किमी दूर हैं, परंतु गांव वाले बैंडबाजा के साथ अपने गांव की शान के स्वागत के लिए जीटी रोड ही पहुंच गए थे, स्वागत करने वालों में बच्चे, बूढ़े, महिला, पुरुष और हर उम्र के लोग शामिल थे।
जैसे ही गौरव की गाड़ी गांव के मोड़ पर पहुंची लोगों के खुशी का ठिकाना नहीं रहा , उन्होंने फूल-माला पहना उनका भव्य स्वागत किया। घर में मां व बहनों ने आरती से स्वागत किया । मां अपनी बेटे की सफलता के बाद पहली बार मिलते हुए भावुक हो गई।
गौरव के गांव आने के पहले से ही लड्डू बन रहा था, पूरे गांव-जवार में लड्डू बांटा जा रहा था । हर तरफ ख़ुशी का माहौल था । दशहरा का जश्न दुगना हो चूका था ।
गौरव सिंह के स्वागत के लिए रास्तें में गांव वालों ने तोरण द्वार बना रखे थे। गौरव के गांव पहुंचने के बाद एक संक्षिप्त कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों एवं गणमान्य लोगों द्वारा उनका अभिनंदन समारोह किया गया।
कौन हैं गौरव सिंह ? इतनी चर्चा में क्यूं हैं ?
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) 65वीं के टॉपर गौरव सिंह पूरे प्रदेश में टॉप किए हैं । नंबर वन रैंक लाने वाले गौरव ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है, लेकिन जॉब छोड़कर सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर दिए थें । इससे पहले 64वीं BPSC की परीक्षा में 144वां स्थान मिला था।
गौरव सिंह की पांचवीं क्लास तक की पढ़ाई गांव में ही हुई है। इसके बाद उन्होंने बनारस के सेंट्रल हिंदू स्कूल से 12वीं की परीक्षा पास किया । फिर कलिंगा विश्वविद्यालय से मकैनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री लिया था ।
65वीं बीपीएससी टॉपर रोहतास जिले के रहनेवाले श्री गौरव सिंह को अपने कार्यालय कक्ष में जिलाधिकारी श्री धर्मेंद्र कुमार ने सम्मानित किया । साथ ही उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की ।