नेशनल मेडिकल काउंसिल द्वारा आयोजित फौरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जामिनेशन में सफलता हासिल करनेवाले सासाराम निवासी आईन्स्टाईन सिंह ने कुल,परिवार एवं जिले का नाम रौशन किया है ।आपको बताते चलें कि वैसे छात्र जो विदेश में एमबीबीएस की पढ़ाई कर भारत में प्रैक्टिस करना चाहते हैं, उनके लिए यह स्क्रीनिंग की परीक्षा अनिवार्य होती है ।
जिले के एकलौते सफल छात्र है आइंस्टीन
सासाराम जिला में एक मात्र आईन्स्टाईन सिंह ने हीं फौरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जामिनेशन की परीक्षा को पास किया है । आईन्स्टाईन सिंह के पिता प्रोफेसर एसएन सिंह, बीएस कॉलेज हाटा चेनारी में गणित विभाग के विभागाध्यक्ष हैं ।
उन्होंने बताया कि आइंस्टाइन ने एचएस एकेडमी से 12वीं की परीक्षा पास किया उसके बाद मेडिकल की पढ़ाई के लिए यूक्रेन चला गया ।
“सासाराम कि गलियां” से खास बात चित
उन्होंने बीएसएमयू, यूक्रेन से जुलाई 2020 में एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की। डॉ. आईन्स्टाईन सिंह ने “सासाराम की गलियां” को बताया कि विदेश से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने के बाद मैंने एफएमजीई में भी सफलता प्राप्तकर लिया है ।
राष्ट्र सेवा का जज़्बा
आईन्स्टाईन कहते हैं कि , जिस मिट्टी में खेल कूद कर बड़े हुए हैं अब समय आ गया है उसके लिए कुछ करने का । भारत में चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना उनका उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि पैसे के अभाव में गरीब एवं असहायों का बेहतर इलाज नहीं हो पाता है । उनके लिए विशेष योजना बनाएंगे । लोगों की सेवा के प्रति मेरा हरसंभव प्रयास जारी रहेगा।
घर पर रह कर ही तैयारी किया और लहराया परचम
आइंस्टीन ने “सासाराम कि गलियां” को बताया कि मैंने एफएमजीआई के लिए सासाराम के गौरक्षणी में रहकर तैयारी किया । हमने बिना किसी कोचिंग के सेल्फ स्टडी किया । एक साल तक पूर्ण डेडीकेशन के साथ घर पर किए गए बेहतर तैयारी का प्रतिफल है कि आज मैं इस मुकाम को हासिल कर सका हूं ।