झारखंड का जबरदस्त पुलिस नक्सली मुठभेड़ की खबर देश भर में चर्चा का विषय बना हुआ है । एक डीएसपी रैंक के अधिकारी ने 10 लाख के कुख्यात इनामी नक्सली का इनकाउंटर ( Naxalite Encounter ) कर दिया , यह नक्सली पिछले कई वर्षों से झारखंड के अवाम के लिए आफ़त था तो पुलिस के लिए “जी का जंजाल” था । झारखंड सरकार के लिए सिरदर्द बन चुके इस कुख्यात नक्सली के इनकाउंटर ने देश भर में सुर्खियां बटोरी ।
जैसे ही हमें इनकाउंटर करने वाले दिलेर डीएसपी के बारे में मालूम चला , की ये सासाराम के बेटे हैं और अभी भी इनका परिवार सासाराम ही रहता है , “सासाराम कि गलियां” टीम के सभी सदस्य खुशी और गर्व से उछल पड़े ।
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हम जिएंगे और मारेंगे….. ऐ वतन तेरे लिए
इसी महीने में पिछले सप्ताह दिनांक 16.07.2021 को खूँटी जिला के रनिया थाना एवं चाईबासा जिला के गुदड़ी थाना के सीमावर्ती क्षेत्र में पीणपएल0एफ0आई0 के कुछ उग्रवादियों के भ्रमणशील होने की सूचना प्राप्त हुई ।
प्राप्त सूचना के सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई हेतु अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ( डीएसपी ), तोरपा के नेतृत्व में खूँटी जिला पुलिस के सैट बल के साथ अभियान दल का गठन किया गया।
जंगल में धाएं धाएं ….धाएं
पुलिस अभियान दल द्वारा सर्च के दौरान ग्राम-बड़ा केसेल के पास अचानक पुलिस बल को लक्षित कर नक्सलियों द्वारा अंधाधुंध फायरिंग किया जाने लगा ।
पुलिस बल आत्मरक्षा करने लगी , लगभग आधे घंटे तक दोनों तरफ से धुआंधार गोलाबारी चलती रही । इस गोलाबारी के दौरान न तो नक्सली पीछे हटने को राज़ी में थें ना डीएसपी के नेतृत्व वाली पुलिस बल ।
सहायता के लिए सीआरपीएफ और एसटीएफ भी आ गई
अतिरिक्त बल एवं अग्रतर कारवाई हेतू सी0आर0पी0एफ0-94 बटालियन एवं एक जे0जे0
एस०टी0एफ0 की टीमें भी डीएसपी के नेतृत्व वाले पुलिस का सहयोग देने मौके पर पहुंच गई ।
तीर बन के जिगर में उतर जाना है ,मार देना है तुझको ,या मर जाना है !!
लगभग आधे घंटे तक चली तबातोड़ गोलियों के बीच नक्सलियों के जोनल कमांडर को डीएसपी ने ढेर कर दिया ।
10 लाख के इनामी नक्सली का इनकाउंटर
आप यह जान कर दंग रह जाएंगे कि डीएसपी ने जिस नक्सलियों के जोनल कमांडर शनिचर सुरीन का इनकाउंटर किया है उसके उपर झारखंड सरकार द्वारा दस लाख रुपए का इनाम घोषित किया था । डीएसपी ने महज आधे घंटे के अंदर इस दुर्दांत नक्सली का इनकाउंटर (Naxalite Encounter) कर के झारखंड पुलिस का नाम रौशन किया है ।
जोनल कमांडर शनिचर सुरीन का शव बरामद
घटनास्थल पर सर्च के दौरान एक उग्रवादी का शव पाया गया । आस-पास के ग्रामीणों के द्वारा मृत उग्रवादी की पहचान पी0एल0एफ0आई0 के कुख्यात जोनल कमांडर शनिचर सुरीन पे० चरका सुरीन, सा0-सरिता, थाना-कामडारा, जिला-गुमला के रूप में की गयी, जिसके उपर झारखंड सरकार के द्वारा दस लाख का ईनाम घोषित है ।
शनिचर सुरीन के नाम से कांपते थे ग्रामीण
खूँटी एवं चाईबासा जिला क्षेत्र में यह नक्सली दहशत का पर्याय था तथा उस क्षेत्र के ग्रामीण इसके आंतक से काफी भयाकान्त थे । पुलिस ने यह बात अपने प्रेस कांफ्रेंस में भी बताया था । कुख्यात नक्सली शनिचर सुरीन का इनकाउंटर झारखंड पुलिस के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धी है।
कुल 84 कांडो का अभियुक्त था यह नक्सली
पी0एल0एफ0आई0 के कुख्यात जोनल कमांडर शनिचर सुरीन के विरूद्ध हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी, आगजनी, पुलिस पार्टी पर हमला एवं अन्य नक्सली घटनाओं से संबंधित कुल 84 कांड दर्ज है, जिसमें खूँटी जिला में 32 कांड, चाईबासा जिला में 50 कांड एवं
गुमला जिला में 02 कांड दर्ज है ।
मृत कियावादी का नाम ,पता
पी0एल0एफ0आई0 के जोनल कमांडर शनिचर सुरीन पे० चरका सुरीन, सा०-सरिता, थाना-कामडारा, जिला-गुमला।
नक्सली के पास से भारी मात्रा में समान बरामद
मारे गए नक्सली जोनल कमांडर शनिचर सुरीन के पास से पुलिस ने भारी मात्रा में सामान भी बरामद किया है , जो की इस प्रकार है ।
देसी-9 एम0एम0 पिस्टल-04 पीस , देसी 7.65 एम0एम0 पिस्टल-04 पीस ,मैंगजीन-02 पीस, जिंदा गोली-22 राउंड ,खोखा-07 पीस ,8/807£/४6 कंपनी का एक वायरलेस सेट, स्मीट फोन-06,मोबाईल सिम-04,मोटरसाईकिल-08,पीठूबैग-03,पाउच-03, प्रतिबंधित पी0एल0एफ0आई0 संगठन के लेवी मांगने के पर्चे एवं चंदा रशीद ,जरूरी दस्तावेज ,दैनिक जरूरतों के अन्य सामान
सासाराम का बेटा हैं इनकाउंटर करने वाले डीएसपी
10 लाख के इनामी नक्सली शनिचर सुरीन का इनकाउंटर करने वाले डीएसपी श्री ओम प्रकाश तिवारी जी ,बिहार के सासाराम शहर के रहने वाले हैं । सासाराम स्थित तकिया मुहल्ला में इनका स्थाई आवास हैं । अभी भी इनके परिवार के कई सदस्य सासाराम में ही रहते हैं ।
राजेन्द्र विद्यालय गौरक्षणी से किए थे पढ़ाई
झारखंड पुलिस के डीएसपी श्री ओम प्रकाश तिवारी जी ने अपने समय में सासाराम के प्रतिष्ठित राजेंद्र विद्यालय स्कूल , गौरक्षणी से प्रारम्भिक शिक्षा ग्रहण किया था । स्कूल के दिनों को याद करके मुस्कुराते हुए उन्होंने बताया कि 1996 बैच से उन्होंने मैट्रिकुलेशन किया है ।
एन कॉलेज पटना से इंटर और स्नातक
झारखंड पुलिस के डीएसपी श्री ओम प्रकाश तिवारी जी ने “सासाराम की गलियां” को बताया कि उन्होंने पटना के एन कॉलेज से इंटरमीडिएट और ग्रेजुएशन ( isc , bsc ) किया था ।
जेएनयू दिल्ली से “सपनों को पंख”
डीएसपी ओम प्रकाश तिवारी जी , देश के प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी यानी जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी दिल्ली में बिताए गए लम्हों को याद करते हुए भाव विभोर हो गए । यूनिवर्सिटी की पढ़ाई, दोस्ती और सपनों की बातों में वो खो गए । उन्होंने मुस्कुराते हुए बताया कि इस विश्वविद्यालय से उन्होंने एमफिल किया ।
दिल्ली यूनिवर्सिटी से उड़ान का “श्री गणेश”
डीएसपी ओम प्रकाश तिवारी जी ने बताया की उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पीएचडी की डिग्री हासिल किया ।
जेपीएससी से बने डीएसपी
जेपीएससी परीक्षा में अच्छे अंकों से उत्तीर्ण हो कर बिहार के छोटे से शहर सासाराम से आने वाले ओम प्रकाश तिवारी जी, डीएसपी साहब बन गए ।
मिल चुका है राष्ट्रपति पुरस्कार
वर्ष 2018 में डीएसपी ओम प्रकाश तिवारी जी को उनके साहस , बहादुरी और देश प्रेम के जज़्बा के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार प्रदान किया गया था । इस पुरस्कार को पुलिस की भाषा में ” पुलिस गैलेट्री अवॉर्ड” कहा जाता है ।
10 लाख के इनामी नक्सली के इनकाउंटर के बाद फिर राष्ट्रपति पुरस्कार के नामित
झारखंड सरकार के लिए सिरदर्द जनता के लिए आफत बन चुके 10 लाख के इनामी नक्सली जोनल कमांडर शनिचर सुरीन के इनकाउंटर के बाद फिर से डीएसपी ओम प्रकाश तिवारी का नाम राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए प्रस्तावित किया गया है ।
“सासाराम की गलियां” टीम ईश्वर से प्रार्थना करती है कि सासाराम के इस बेटे को बेहिसाब तरक्की प्रदान करें और ये जहां कहीं भी रहें अपने परिवार और शहर का नाम रौशन करते रहें ।ग्रैंड सल्यूट फ्रॉम “सासाराम की गलियां” … पूरे शहर को आप पर गर्व है ।
सहयोग : IPS अनिरुद्ध सर, SP SIT , Uttar Pradesh , ( ये भी सासाराम के ही रहने वाले हैं और जेएनयू में डीएसपी ओम प्रकाश तिवारी जी के मित्र थें और इन्होने ही सबसे पहले हमे यह खबर दिया तथा DSP ओपी तिवारी जी से फोन के माध्यम से संपर्क कराया )
खबर : मनीष मौर्या