सासाराम के लिए अच्छी खबर है । अगर इस बार सरकारी वादा पूरा हुआ तो , सासाराम वासियों को रोज़ रोज़ के सड़क जाम से थोड़ी राहत जरूर मिल जाएगी । हमने “इस बार” और “थोड़ी राहत” क्यूं कहा ? इसका जवाब नीचे मिलेगा । फिलहाल इस खबर को हमारे साथ विस्तार से जानिए ।
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7 करोड़ से ज्यादा की लागत से लगेंगे 6 जगहों पर लाइटें
प्रभारी डीएम ओमप्रकाश पाल के मुताबिक पिछले वर्ष जिला मुख्यालय के 6 प्रमुख केंद्रो पर इलेक्ट्रॉनिक ट्रैफिक लाइट (Traffic Signal Sasaram ) लगाने का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया था । उस प्रस्ताव को गृह विभाग ने स्वीकृत भी कर लिया था। इस कार्य को पूरा करने के लिए गृह आरक्षी विभाग द्वारा सात करोड़ चार लाख इक्कीस हजार छह सौ चौहत्तर रुपये की स्वीकृति प्रदान किया गया है ।
कौन लगाएगा सिग्नल ?
ट्रैफिक लाइट लगाने का काम “बिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड” अर्थात बुडको के माध्यम से होगा ।
कहां कहां लगेंगे ट्रैफिक लाइटें ?
सासाराम के प्रमुख ट्रैफिक सेंटरों पर यह लाइटें लगाई जाएंगी । इन प्रमुख ट्रैफिक सेंटरों के नाम इस प्रकार हैं :-
- धर्मशाला चौक
- पोस्ट आफिस चौराहा
- जगदेव मोड़ / बौलिया मोड़
- करगहर रोड मोड़
- रौजा रोड नंबर 1/ प्रभाकर रोड मोड़
- सर्किट हाउस मोड़ / कालिस्थान
ट्रैफिक सिग्नल के साथ अन्य चीजें भी लगेंगी ?
अब “सासाराम की गलियां” भी ट्रैफिक सिग्नल से गुलज़ार होंगी क्यूंकि जीटी रोड पर इलेक्ट्रॉनिक ट्रैफिक सिग्नल के इशारे पर हमारे – आपके वाहन चलेंगे। इसके लिए स्मार्ट पोल भी लगाए जाएंगे । इसमें बीटीएस, वाइ-फाइ, सीसीटीवी, डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड, ट्रैफिक सिग्नल की भी व्यवस्था होगी।
कब तक लगेगा Traffic Lights Sasaram ?
Traffic Lights Sasaram : सरकार के द्वारा 3 महीने में कार्य पूरा करने का निर्देश हैं ।
क्या कहती हैं सासाराम मुख्य पार्षद ?
मुख्य पार्षद, सासाराम नगर परिषद कंचन देवी ने कहा कि सासाराम में छह स्थानों पर इलेक्ट्रॉनिक ट्रैफिक लाइट लगाने के लिए गृह विभाग द्वारा राशि आवंटित किया गया है। कार्य एजेंसी बुडको को बनाया गया है। सात करोड़ से अधिक राशि खर्च कर शहर को जाम की समस्या से सरकार निजात दिलाएगी , यह शहर के लिए एक अच्छी खबर है ।
हमने इस खबर के शुरुआत में ट्रैफिक लाईटों के लगने से “थोड़ी राहत” मिलने कि बात क्यूं कही ?
“थोड़ी राहत” इसलिए , क्यूंकि सिर्फ ट्रैफिक सिग्नल से जाम ख़तम नहीं होता है, सुचारू और परमानेंट सिस्टम के लिए चौड़े रोड, फुटपाथ, रोड क्रॉस के लिए ब्रिज, ईमानदार ट्रैफिक कर्मियों की तैनाती और जन जागरूकता तथा तालमेल भी अहम होते हैं ।
पहले भी आई हैं इस तरह कि ख़बरें
समय समय पर इस तरह की खबरें आती रही हैं , लेकिन अगर पिछले बार की बात करें तो पिछले वर्ष यानी 2020 के मार्च तक ही सासाराम में ट्रैफिक लाईटों को लगाना था । इस खबर ने खूब सुर्खियां बटोरी । लेकिन समय के साथ पिछले मार्च से 2021 का मार्च भी आ कर बित गया….सारे वादे हवा में उड़ गए ।
इस बार उम्मीद की किरण है
राशि आवंटन के कारण इस बार , कछुए कि चाल से चल रही प्रक्रिया को पूरा होने के आसार हैं । ईश्वर से प्रार्थना है कि यह प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी हो जाए, और हम शहरवासियों को राहत मिले ।
कहां आ सकती है दिक्कतें ?
सासाराम में मुख्य सड़क यानी जीटी रोड का पूरी तरह से चौड़ीकरण नहीं हो पाया है । बीच बीच में कार्य अधूरा है । डिवाइडर भी टूट चुके हैं, नए बने नहीं । स्ट्रीट लाइटे गायब हैं ,ये जलते नहीं ,कुछ टूटे हुए हैं । सड़क किनारे से बिजली के खंभे भी पूर्ण रूप से हटे नहीं है । ऐसे में 3 महीने में ट्रैफिक लाईटों का पूर्ण रूप से लग कर चालू हो जाना किसी चमत्कार से कम नहीं होगा । और लग भी गया तो बिना उपर के समस्याओं पर काम किए सड़क जाम की समस्या का जड़ से समाप्त होने के सपने देखना बेईमानी होगी ।
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