जिले की महिलाओं ने वैश्विक महामारी के इस भयावह दौर में कोरोना से बचाव का एक नया तरीका अपनाया है। सासाराम ( ** जिले के सेन्स में ) संझौली सहित बिक्रमगंज अनुमंडल क्षेत्र की महिलाओं ने एक मोबाइल चेन बनाते हुए व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए कोरोना से बचाव तथा चिकित्सकीय उपायों को एक दूसरे तक पहुंचाना शुरू किया है।
संझौली प्रखंड की उप प्रमुख डा मधु उपाध्याय की पहल पर सबसे पहले संझौली की पांच महिलाओं ने एक समुह बनाया तथा अब इसे व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ कर जिले की सैकड़ों महिलाओं को लाभान्वित कर रही हैं।
विशेषज्ञ चिकित्सक ग्रुप से जुड़ी महिलाओं को बताते हैं कोरोना से बचाव के उपाय
कोविड-19 जैसी बीमारी की गंभीरता को कम करते हुए सभी जरूरी तथ्यों को एक दूसरे तक पहुंचाना तथा पीडित परिवार को चिकित्सकीय परामर्श पहुंचा पाने में यह समूह काफी हद तक सफल साबित हुआ है।
‘अपनी सुरक्षा अपने हाथ ‘नाम के इस ग्रुप की एडमिन तथा संझौली प्रखंड की उप प्रमुख डा मधु ने बताया कि इन्होंने ऐसा प्रयोग तब किया जब ऐसा लगा कि गांव की बहुत सी अशिक्षित तथा गरीब महिलाएं इस बीमारी का शुरुआती बचाव तथा चिकित्सकीय लाभ नहीं ले पाती हैं तथा वह आगे चलकर भयंकर रूप धारण कर लेता है।
डा मधु ने बताया कि सेफरो स्वयंसेवी संस्था के अध्यक्ष डा प्रवीण के साथ कई विशेषज्ञ चिकित्सक लगातार कोरोना से बचाव के उपाय शेयर करते हैं। जिन्हें मैं इस ग्रुप के माध्यम से हजारों बहनों तक पहुंचा पाती हूं। अपनी सुरक्षा अपने हाथ- इस ग्रुप के महिलाओं का मूल स्लोगन है।
इस ग्रुप में प्रत्येक दिन कोरोना रूपी समस्या तथा समाधान से जुड़े सैकड़ों मैसेज का आदान-प्रदान किया जाता है जिससे लोगों को काफी राहत मिलती है। कोविड-19 लेकर जारी विभिन्न अफवाहों से भी लोगों को सजग किया जाता है।
चांदी इंग्लिश ग्राम की रहने वाली लालसा कुमारी, उदयपुर ग्राम की रहने वाली लता देवी, तिलई की रेखा देवी तथा सासाराम की नीतू कुमारी ने बताया कि इस संक्रमण की भयावहता को देखते हुए इस व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से ही हम महिला बहनों को जागरूक कर पाएंगे या उनको चिकित्सकीय सहायता दे पाती हैं।
इसको संजीदगी से चलाने के लिए हम बहने ऑनलाइन बैठक कर एक-दूसरे तक अपने विचारों को साझा भी करती हैं।