हमारे अपील को देख कर सोनू पांडेय ने दिया मरीज को खून । इस भीषण काल में जब आपके विधायक, सांसद और सरकार हाथ खड़े कर चुके हैं , तो सासाराम के कई युवा इस महामारी के दौरान मदद के लिए हाथ बढ़ा रहे हैं।
हमने इसी सप्ताह एक मरीज के लिए ब्लड रिक्वायरमेंट के लिए अपील किया था। अगर आप हमसे हमारे वॉट्सएप नंबर से जुड़े हैं या सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफार्मो से जुड़े हैं तो आपने हमारा स्टेटस देखा होगा । सासाराम अनुमंडल के कुदरा में एक निजी अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजन ने इमरजेंसी जरूरत के लिए हमें पिंग किया था ।
उस खबर को हमने अपने सभी जानने वालों तक पहुंचाया , उस देख कर, इस करोना काल में जहां कुछ लोग आपदा में अवसर ढूंढ़ते हुए तमाम संसाधनों की कालाबाजारी कर रहें है , ऐसे समय में सासाराम के समर्डिहा गांव के युवक राधेश्याम पांडेय उर्फ सोनू पांडेय जी मानवता के ध्वजा को झुकने से बचाने के लिए स्वयं आगे आए ।
उन्होंने कुदरा के मरीज से संपर्क किया, उन्हें सासाराम ले आए और खून की जरूरतों को पूरा किया । उन्हें यह भी भरोसा दिलाया कि भविष्य में कोई भी जरूरत पड़े , निसंकोच संपर्क करें ।
राधेश्याम “हिन्दू जागरण मंच” के सक्रिय सदस्य
देवदूत की तरह सहयोग के लिए हाथ बढ़ाने वाले राधेश्याम जी रोहतास जिले में चलने वाले “हिन्दू जागरण मंच” के सक्रिय सदस्य हैं । ये लोग दिन रात एक करके करोना पीड़ितो की मदद कर रहे हैं । ऑक्सीजन से लेकर दवाई और बेड तक की व्यवस्था कर रहे हैं। इनका संगठन सभी लोगों के लिए कार्य कर रहा है, मदद के समय जाति या धर्म की दीवारें गतिरोध नहीं बन रही हैं।
हमने क्यूं लगाया यह खबर ?
कहा गया है कि “सेवा ऐसी होने चाहिए कि दाएं हाथ से दीजिए ,तो बाएं को पता भी नहीं लगे” । लेकिन, सामाजिक कार्यों में यह कभी कभी निरर्थक हो जाता है, खास कर तब जब आपके चारो तरफ मतलबी दुनिया है ,लेकिन आप अधिक से अधिक लोगों तक मदद पहुंचाने की सोच रखते हैं और आप सिस्टम के पार्ट नहीं है ।
क्यूंकि आज के समाज में जहां हर तरफ नकारात्मकता, असमाजिकता, मतलबीपन और राक्षसी प्रवृति का बोल बाला है , ऐसे में मुट्ठी भर नेकी करने वालों की खबरे दिखाना सबसे महत्वपूर्ण कार्य है । क्यूंकि इससे समाज के अन्य लोगों को मोटीवेशन मिलता है , सकारत्मक शक्तियों का संचार होता है जिससे अन्य लोग भी अपने अपने स्तर से मदद करने के लिए आगे आते हैं ।
दूसरा पहलू यह भी है कि, जब आपके कार्यों को अधिक से अधिक लोग जानते है तो समय पड़ने पर वो भी आपसे मदद मांगते है, और इस तरह से अधिक से अधिक लोगों तक मदद पहुंच पाती है ।