आमदनी के हिसाब से गया मुगलसराय रेलखंड का महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन ,सासाराम में एस्केलेटर लगाने में रेलमंत्रालय फेल रहा । विकलांगों और बुजुर्गो को सहूलियत देने के उद्देश्य से सासाराम रेलवे स्टेशन पर स्वचालित सीढ़ी अर्थात एक्सेलेरेटर लगाने की घोषणा हुई थी । उसके बाद बाकायदा टेंडर भी निकला ।

उसके बाद स्थानीय सांसद ने शिलान्यस भी किया , लेकिन इतना सब हो जाने के बाद भी रेल विभाग मामले को ठंडे बस्ते में डाल कर सोते रहा ।
Table of Contents
स्वक्षता के मामले में सम्मानित हो चुका है सासाराम
2019 के स्वच्छ रेल सर्वे में सासाराम तेजी से विकास करने वाला देश का पांचवां रेलवे स्टेशन बन कर सम्मानित हो चुका है सासाराम ।

स्वक्षता के इस मुकाम को हासिल करने के लिए दिन रात मेहनत किया था सासाराम के रेल अधिकारियों ने , जनता ने भी सहयोग दिया था ।
राजस्व के मामले में भी सासाराम स्टेशन का अच्छा प्रदर्शन
सासाराम रेलवे स्टेशन राजस्व के मामले में अच्छा प्रदर्शन करते आया है । अब लोग अच्छे यात्री सुविधाओं की भी मांग करते है ।
कई काम पूरे भी हुए हैं !!
सासाराम स्टेशन पर रेलवे की कई योजनाएं चल रही है । रेलवे स्टेडियम, 100 फिट झंडा इंस्टालमेंट, पर्यटन स्थलों का चित्रण सहित कई सौंदर्यीकरण योजनाओं में सासाराम रेल विभाग का अच्छा प्रदर्शन रहा है।

अभी कल ही , सासाराम के स्थानीय सांसद कई योजनाओं का उद्घाटन करते हुए Sasaram Ki Galiyan के फेसबुक पेज पर लाईव भी आए थें । जिसका वीडियो आप इस लिंक पर क्लिक करके देख सकते हैं ( Click on me )
एस्केलेटर और नय फुट ब्रिज में खराब प्रदर्शन !!
सासाराम रेल विभाग का एस्केलेटर और नय फुट ब्रिज के मामले में खराब प्रदर्शन रहा है । इसके चलते लोगों को प्लेटफॉर्म पास करने में बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है ।

खास कर गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गो को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है । विकलांगों को भी आने जाने में तकलीफें होती है ।
क्या किया जाए ?
यात्रियों से जुड़े योजनाओं को प्राथमिकता दे कर समय पर पूरा किया जाए । यात्री सुविधाओं को अन्य सौंदर्यीकरण योजनाओं से उपर रखा जाए । क्वालिटी का विशेष ध्यान रखा जाए । शिलान्यस और उद्घाटन से ज्यादा महत्व काम को सही समय पर , क्वालिटी के साथ पूरा करने में दिया जाए ।


